Updated on: 31 October, 2024 10:29 AM IST | Mumbai
Sameer Surve
माहिम के विधायक सदा सरवणकर ने चुनाव कार्यालय तक पहुँचने में संभावित बाधाओं के बावजूद मोटरसाइकिल से सफर कर मंगलवार को अपना नामांकन दाखिल किया.
सरवणकर ने चुनाव लड़ने का फैसला किया, उनका दावा है कि उनके नेता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उन्हें चुनाव जीतने के लिए कहा है.
माहिम विधायक सदा सरवणकर ने मंगलवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए मोटरसाइकिल से यात्रा की. शिंदे सेना नेता के करीबी लोगों ने बताया कि उन्हें पता चला था कि शक्ति प्रदर्शन के लिए आयोजित की जाने वाली रैली में बाधाएं आएंगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह 3 बजे की समय सीमा से पहले अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए चुनाव कार्यालय न पहुंचें. चूंकि एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे माहिम निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं, इसलिए भाजपा के कुछ नेताओं ने शिवसेना से निर्वाचन क्षेत्र पर अपना दावा वापस लेने की अपील की. हालांकि, सरवणकर ने चुनाव लड़ने का फैसला किया, उनका दावा है कि उनके नेता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उन्हें चुनाव जीतने के लिए कहा है.
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माहिम में शिवसेना के एक पदाधिकारी ने कहा, "हमें सोमवार को पता चला कि अगर सरवणकर नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए रैली में शामिल होते हैं, तो इस बात की संभावना है कि उन्हें बाधा पहुंचाई जाएगी. दादर में कई वन-वे मार्ग हैं, जहां सड़कें संकरी हैं. इसलिए, किसी के लिए भी इस क्षेत्र में यातायात जाम करना आसान है. इसलिए हमने तय किया कि सरवणकर, कुछ शिवसैनिक और भाजपा समेत सहयोगी दलों के नेता सिद्धिविनायक मंदिर से सीधे डॉ. एंटोनियो डा सिल्वा हाई स्कूल तक बाइक से जाएंगे और नामांकन दाखिल होने के बाद रैली शुरू होगी. सरवणकर ने कहा, `मैं ट्रैफिक से बचने के लिए बाइक से गया. दादर की सड़कें संकरी हैं. अगर मैं रैली में शामिल लोगों के साथ जाता तो ट्रैफिक जाम होने की संभावना थी. मैं ट्रैफिक से बचने के लिए बाइक से गया और इसके अलावा कोई और कारण नहीं था.` भाजपा नेता आशीष शेलार ने महायुति के शीर्ष नेताओं से अमित ठाकरे के खिलाफ उम्मीदवार न उतारने की अपील की थी. शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने भी ऐसी ही भावनाएं व्यक्त कीं.
अमित ठाकरे और सरवणकर के अलावा शिवसेना (यूबीटी) के महेश सावंत भी माहिम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं. बुधवार शाम को मीडिया से बात करते हुए सरवणकर ने राज ठाकरे से अपने जैसे पार्टी कार्यकर्ताओं का समर्थन करने की अपील की. `मैं पिछले 40 सालों से शिवसेना के लिए काम कर रहा हूं. मैं तीन बार माहिम का विधायक चुना गया. दिवंगत बालासाहेब ठाकरे ने मेरे जैसे पार्टी कार्यकर्ताओं को अवसर दिए. उन्होंने कहा, "उनके कई रिश्तेदार दादर में रहते हैं, लेकिन उन्होंने मुझसे कभी किसी के लिए सीट छोड़ने के लिए नहीं कहा. वह एक ऐसे नेता थे जो कार्यकर्ताओं की भावना को संजोते थे. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को देखिए, भले ही उनका बेटा तीन बार सांसद रहा हो, लेकिन उन्होंने अपने बेटे को केंद्र सरकार में मंत्री नहीं बनाया, बल्कि एक वफादार शिवसैनिक को यह मौका दिया."
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