Updated on: 06 May, 2025 10:32 AM IST | Mumbai
Faizan Khan
Mithi River cleaning scam: मीठी नदी सफाई परियोजना में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने पहली प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है.
Representational Image, Mithi River
मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने मीठी नदी सफाई परियोजना में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में पहली प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है, जिसके तहत सुबह से ही पूरे शहर में छापेमारी की जा रही है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
EOW की टीमों ने मंगलवार को 8 से 9 स्थानों पर समन्वित तलाशी शुरू की, जिसमें कई ठेकेदारों और बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) के अधिकारियों के कार्यालय और आवासीय परिसर शामिल हैं. यह कार्रवाई एक प्रारंभिक जांच के औपचारिक मामले में तब्दील होने के बाद दर्ज की गई आपराधिक शिकायत के बाद की गई है.
सूत्रों ने पुष्टि की है कि यह एफआईआर एक विशेष जांच दल (SIT) के निष्कर्षों पर आधारित है, जिसका गठन पिछले साल अगस्त में महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान उठाई गई चिंताओं के बाद किया गया था. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान परिषद सदस्यों (MLC) प्रवीण दारेककर और प्रसाद लाड ने नदी पुनरुद्धार परियोजना में अनियमितताओं पर सवाल उठाए थे, जिसके बाद सरकार ने गहन जांच शुरू की थी.
एफआईआर के अनुसार, कथित घोटाले का दायरा लगभग 55 करोड़ रुपये की वित्तीय धोखाधड़ी से जुड़ा है. फर्जी समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने के लिए पांच ठेकेदारों का नाम लिया गया है, साथ ही तीन बीएमसी अधिकारियों का भी नाम एफआईआर में दर्ज किया गया है. ईओडब्ल्यू इस मामले की प्रारंभिक जांच कर रहा था, जिसे अब आधिकारिक तौर पर आपराधिक मामले के रूप में दर्ज किया गया है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT