Updated on: 10 June, 2025 08:10 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
विशाल पाटिल से पराजित पाटिल ने कहा कि उन्हें अकेले लड़ना पड़ा, क्योंकि महा विकास अघाड़ी और महायुति ने उनका विरोध किया.
चित्र/एकनाथ शिंदे का कार्यालय
पूर्व पहलवान चंद्रहार पाटिल, जिन्होंने शिवसेना (यूबीटी) के टिकट पर सांगली से लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन असफल रहे थे, सोमवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हो गए. विशाल पाटिल से पराजित पाटिल ने कहा कि उन्हें अकेले ही लड़ना पड़ा, क्योंकि महा विकास अघाड़ी और महायुति ने उनका विरोध किया.
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उन्होंने कहा, "मुझे सांगली में सिर्फ 60,000 वोट मिले हैं, जो वंशवाद की राजनीति से ग्रस्त है. अगर मुझे उचित समर्थन मिले, तो मैं इसे 6 लाख वोटों में बदल सकता हूं." शिंदे की प्रशंसा करते हुए पाटिल ने कहा कि उपमुख्यमंत्री खेलों के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं. कुश्ती की शब्दावली का इस्तेमाल करते हुए शिंदे ने कहा कि उन्होंने अपने विरोधियों को इस तरह से मैट पर गिरा दिया है, जो 2022 में उनके विद्रोह का संदर्भ था, कि वे अभी भी अपनी स्थिति वापस पाने में असमर्थ हैं.
शिंदे ने कहा, "मैं एक किसान का बेटा हूं जो रैंक से उठकर सीएम बना हूं. लेकिन कुछ लोग अभी भी इसे पचा नहीं पा रहे हैं. भेड़िया सिर्फ़ खाल पहनकर बाघ नहीं बन सकता." उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी में कोई मालिक या गुलाम नहीं है. उन्होंने कहा कि बालासाहेब ठाकरे अपने कार्यकर्ताओं को अपना मानते थे. लेकिन बाद में कुछ लोगों ने कार्यकर्ताओं को घर के नौकर बना दिया. उन्होंने कहा, "तीन साल पहले हमारे विद्रोह के बाद, हम पर रोज़ाना आरोप लगाए जाते थे. लेकिन जब मैं मुख्यमंत्री बना, तो हमने आरोपों से जवाब देने का फैसला नहीं किया - हमने काम करके जवाब दिया. इसलिए महाराष्ट्र के लोगों ने हमें ऐतिहासिक जनादेश दिया, जिसमें 232 महायुति उम्मीदवारों को चुना गया." शिवसेना नेता और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने तीखा हमला करते हुए कहा, "यह शिवसेना हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे की है - न कि उन लोगों की जो हाथी दांत के टॉवर से शासन करते हैं."
चंद्रहार पाटिल की देशभक्ति की प्रशंसा करते हुए शिंदे ने कहा, "वह सीमा पर तैनात हमारे जवानों के लिए दिल्ली में रक्तदान शिविर का आयोजन कर रहे हैं. उनकी लगन देखकर मैं कहता हूं- कश्मीर में भी ऐसा क्यों नहीं किया जाता." कार्यकर्ताओं से आह्वान करते हुए शिंदे ने कहा, "शिवसेना को हर घर तक पहुंचाएं. चंद्रहार पाटिल के आने से हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है."
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