Updated on: 15 May, 2024 03:51 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अभी गोखले ब्रिज के दक्षिणी हिस्से का काम चल रहा है. अब 15 नवंबर तक काम पूरा होने की बात कही जा रही है.
गोखले ब्रिज की फाइल फोटो
मुंबईकरों के लिए गोखले ब्रिज को लेकर अहम खबर सामने आ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बृहन्मुंबई नगर निगम ने 13 मई को अंधेरी में गोपाल कृष्ण गोखले ब्रिज पर काम के लिए साढ़े पांच महीने के विस्तार के ठेकेदार के अनुरोध को मंजूरी दे दी. आपको बता दें कि अभी गोखले ब्रिज के दक्षिणी हिस्से का काम चल रहा है. अब 15 नवंबर तक काम पूरा होने की बात कही जा रही है. हालाँकि, गोखले ब्रिज के 31 मार्च, 2025 तक यातायात के लिए पूरी तरह से चालू होने की उम्मीद है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
रिपोर्ट्स के मुताबिक नवंबर 2022 से सुरक्षा चिंताओं के कारण अंधेरी गोखले ब्रिज को बंद कर दिया गया था. ईस्ट-वेस्ट लिंक बंद होने से अंधेरी में यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है. हालांकि, कुछ राहत देने के लिए 15 महीने बाद पुल का उत्तरी हिस्सा खोल दिया गया. लेकिन गोखले और सीडी बर्फीवाला फ्लाईओवर के बीच करीब दो मीटर की ऊंचाई ने यात्रियों को परेशानी में डाल दिया. अब अगले माह तक काम पूरा होने की संभावना है.
पुल का उत्तरी हिस्सा आखिरकार 26 फरवरी को यातायात के लिए खोल दिया गया था. इसके साथ ही दूसरे हिस्से के लिए गर्डर लॉन्चिंग का काम 31 मई तक पूरा कर लिया जाएगा. क्योंकि हरियाणा के अंबाला से गर्डर सेक्शन की डिलीवरी में देरी हो रही है. अतिरिक्त नगर आयुक्त (परियोजनाएं) अभिजीत बांगर ने हाल ही में संशोधित गर्डर लॉन्च कार्यक्रम के विस्तार को मंजूरी दी. इसके साथ ही स्थानीय अधिकारियों ने देरी के लिए ठेकेदार से स्पष्टीकरण भी मांगा है.
गोखले ब्रिज में देरी को लेकर नगर निगम निशाने पर है. प्राप्त खबरों के मुताबिक ठेकेदार पर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. अब यह कहा जा रहा है कि ऑर्डर किए गए स्टील के हिस्से मुंबई पहुंचने के बाद नवंबर में गर्डर्स का निर्माण और लॉन्च किया जाएगा. अभी भी सड़क व अन्य कार्यों में तीन से चार माह का समय लग सकता है. पहले जो प्लान तैयार किया गया था, उसके मुताबिक दिसंबर 2024 तक बर्फीवाला फ्लाईओवर का दो लेन वाला पूरा ब्रिज चालू हो जाएगा. इस पुल की लागत लगभग रु. 90 करोड़ रुपये की लागत से इसका पुनर्निर्माण किया जा रहा है. यह भी 90 मीटर ऊंची संरचना है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT