Updated on: 23 September, 2024 10:54 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद, पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया.
रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की भेदभावपूर्ण या आपत्तिजनक टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी.
पश्चिम रेलवे के टिकट निरीक्षक (टीसी) आशीष पांडे के खिलाफ हाल ही में एक बड़ी कार्रवाई की गई है. सोशल मीडिया पर उनका एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ, जिसमें उन्होंने मराठी और मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए थे. इस ऑडियो में आशीष पांडे यह कहते हुए सुने गए कि जब तक वह मुंबई में रहेंगे, तब तक वह किसी मराठी या मुस्लिम व्यक्ति को अपने व्यापार से एक भी रुपया नहीं देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन्हें कोई मराठी या मुस्लिम रिक्शावाला मिलता है, तो वह उनके रिक्शे में नहीं बैठते और केवल यूपीआई (उत्तर प्रदेश और बिहार) के रिक्शाचालकों से ही सफर करते हैं.
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ऑडियो क्लिप में पांडे ने अपनी आवासीय स्थिति बताते हुए कहा कि वह विक्रोली के टैगोर नगर में रहते हैं और मराठी तथा मुस्लिम लोगों को व्यापार देने से स्पष्ट रूप से इनकार करते हैं. उन्होंने एक मराठी व्यक्ति को व्यापार के संबंध में संपर्क करने पर कहा कि उन्होंने उसका नंबर ट्रू कॉलर में देखते ही डिलीट कर दिया, क्योंकि वह मराठी है. आशीष पांडे ने आगे कहा कि उन्हें पैसों का घमंड नहीं है, लेकिन वह किसी भी मराठी या मुस्लिम व्यक्ति को एक रुपये का भी व्यापार नहीं देंगे. उन्होंने अपनी दैनिक आय का जिक्र करते हुए कहा कि वह सुबह 9 बजे काम पर जाते हैं और 10 बजे तक 5000 रुपये कमा लेते हैं.
`I don`t give business to Muslims & Maharasthrians.
— Cow Momma (@Cow__Momma) September 22, 2024
I don`t sit in autos of Muslims & Maharashtrians.`
- Ashish Pandey, TC in Western Railway who lives in Mumbai. pic.twitter.com/a1RRIZXgwM
इस ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद, पश्चिम रेलवे के अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया. मुंबई सेंट्रल वेस्टर्न रेलवे के डिविजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी कि पश्चिम रेलवे ने इस मामले की पुष्टि कर ली है और आशीष पांडे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. इस निलंबन के साथ ही उनके खिलाफ जांच भी शुरू कर दी गई है.
रेलवे प्रशासन ने स्पष्ट किया कि किसी भी प्रकार की भेदभावपूर्ण या आपत्तिजनक टिप्पणी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी. यह कदम रेलवे की समाज में समरसता और समानता की नीति के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
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