Updated on: 25 November, 2024 03:50 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अब सवाल यह है कि नए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का शपथ समारोह कब होगा. इसको लेकर कई तारीखों पर चर्चा हो रही है.
देवेन्द्र फड़णवीस, एकनाथ शिंदे, अजित पवार की फाइल फोटो
पिछले कुछ समय से महाराष्ट्र की राजनीति चर्चा में है. विधानसभा चुनाव के नतीजे आते ही एक सवाल का जवाब मिल गया कि राज्य की सत्ता पर कौन आएगा, तस्वीर साफ हो गई है कि इस बार महायुति ने बाजी मार ली है. अब सवाल यह है कि नए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का शपथ समारोह कब होगा. इसको लेकर कई तारीखों पर चर्चा हो रही है. इस बीच अब अपडेट है कि एकनाथ शिंदे आज शाम 4 बजे बांद्रा के ताज होटल में अपने विधायकों के साथ बैठक करने वाले हैं.
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ऐसी भी चर्चा है कि नये मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री कल शपथ ले सकते हैं. हालांकि, कैबिनेट में कौन-कौन मंत्री होंगे और उनका शपथ ग्रहण समारोह कब होगा, इसके बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं है. आपको बता दें कि नई सरकार 25 नवंबर तक शपथ ले सकती है. क्योंकि निवर्तमान विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को पूरा हो रहा है. इसके साथ ही ऐसी खबरें भी आईं कि शपथ समारोह मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित किया जा सकता है. बताया जा रहा है कि अजित पवार की पार्टी ने भी आज अपनी बैठक संपन्न कर ली है.
आज एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार के आधिकारिक आवास पर बैठक हुई. ऐसी भी खबरें हैं कि विधायकों ने अजित पवार को एनसीपी विधायक का नेता चुना है. मिली जानकारी के मुताबिक इस बैठक में सुनील तटकरे, छगन भुजबल और संजय बंसोड़, सना मलिक, नवाब मलिक समेत कई नेता शामिल हुए. विधानसभा सूत्रों ने बताया कि 26 नवंबर से पहले नई सरकार बनाने या नए मुख्यमंत्रियों के शपथ लेने की कोई बाध्यता नहीं है. हालांकि, लोगों के बीच यह असमंजस इसलिए पैदा हुआ क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल कल यानी 26 तारीख को पूरा हो रहा है. इसी वजह से चर्चा थी कि आज आधी रात के बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाएगा, लेकिन सूत्रों ने इससे इनकार किया है. हालांकि, पहले भी ऐसा हो चुका है कि विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो गया हो और फिर भी सरकार नहीं बन पाई हो. कयास लगाए जा रहे हैं कि 26 तारीख को विधानसभा का कार्यकाल खत्म होने से पहले नई सरकार का गठन हो जाएगा. महायुति को सबसे ज्यादा वोट मिले हैं, ऐसा लगता है कि फैसला बिना किसी जल्दबाजी के लिया जाएगा!
राज्य में महायुति की अविश्वसनीय जीत के बाद अब हर कोई एक ही सवाल पूछ रहा है कि राज्य का नया मुख्यमंत्री कौन होगा. फिलहाल इस बात पर कोई हंगामा नहीं कर रहा है, लेकिन जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जीत हासिल की है, उसे देखते हुए संभावना ज्यादा है कि नरेंद्र मोदी की पार्टी से ही कोई मुख्यमंत्री बनेगा और हो भी क्यों न, कोई और नहीं बल्कि देवेंद्र हैं. इस पद के लिए योग्य तो सभी मानते हैं. कारण यह है कि यह चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा गया था. बीजेपी नेता प्रवीण हेर्डर ने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि देवेन्द्र फड़णवीस को मुख्यमंत्री बनना चाहिए.
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