Updated on: 01 August, 2024 08:44 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
हालांकि, एनसीपी विधायक ने जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही और उन्हें बचा रही है.
अमोल मिटकरी. चित्र.X
एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के एमएलसी अमोल मिटकरी की कार पर दो दिन पहले अकोला में हुए हमले के सिलसिले में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के चार कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया. हालांकि, एनसीपी विधायक ने अकोला में जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही और उन्हें बचा रही है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को एमएनएस कार्यकर्ताओं ने अकोला में एनसीपी एमएलसी अमोल मिटकरी की कार को क्षतिग्रस्त कर दिया, क्योंकि उन्होंने पुणे में हाल ही में हुए जल-जमाव को लेकर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार पर निशाना साधने के लिए एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे की आलोचना की थी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
रिपोर्ट के मुताबिक बाद में पुलिस ने 13 एमएनएस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की, जिसमें अकोला जिले की महिला विंग की अध्यक्ष भी शामिल हैं, जिन पर विभिन्न आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा होना, चोट पहुंचाना, पानी में डूब जाना, आग लगाना या भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के विस्फोटक पदार्थ का इस्तेमाल करना शामिल है.
राज ठाकरे ने पिछले सप्ताह भारी बारिश के कारण बांध से पानी छोड़े जाने के कारण पुणे के कुछ इलाकों में आई बाढ़ को लेकर अजीत पवार की आलोचना की थी. रिपोर्ट के अनुसार मनसे प्रमुख पर पलटवार करते हुए एनसीपी एमएलसी अमोल मिटकरी ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति में "सबसे असफल व्यक्ति" को पुणे जिले के बारामती से विधायक अजीत पवार द्वारा किए गए काम पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "बर्बरता मामले में 13 मनसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक उनमें से तीन को पहले ही गिरफ्तार किया गया था और अदालत ने उन्हें जमानत दे दी है. चार अन्य को आज हिरासत में लिया गया." सुबह करीब 11 बजे एनसीपी एमएलसी अमोल मिटकरी अपनी बेटी और भाई के साथ सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अकोला एसपी कार्यालय के बाहर धरना देने लगे.
उन्होंने कहा, "कार में तोड़फोड़ की घटना के बाद लोगों में दहशत का माहौल है. स्थानीय अपराध शाखा के कर्मियों के समर्थन के कारण कुछ आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. लेकिन मैं इस बारे में गृह मंत्री और मुख्यमंत्री से शिकायत करूंगा और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करूंगा." उन्होंने कहा, "पुलिस मामले को गंभीरता से नहीं ले रही है." अमोल मिटकरी ने बाद में अकोला एसपी बच्चन सिंह से मुलाकात के बाद अपना विरोध वापस ले लिया.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT