Updated on: 17 October, 2024 09:10 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही नवी मुंबई में महायुति गठबंधन में दरार उभर आई है. शिवसेना नेता विजय चौगुले ने भाजपा विधायक गणेश नाइक के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है.
मंगलवार को बैठक में नवी मुंबई के शिव सेना पदाधिकारी
विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही नवी मुंबई में महायुति गठबंधन में पहली बगावत हो रही है. शिवसेना नेता विजय चौगुले ने भाजपा विधायक गणेश नाइक के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली शिवसेना ने मंगलवार को नवी मुंबई के पदाधिकारियों की बैठक की, जिसमें यह फैसला लिया गया कि पार्टी को नवी मुंबई की दो में से कम से कम एक विधानसभा सीट मिलनी चाहिए.
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बैठक के बारे में मिड-डे से बात करते हुए नवी मुंबई के शिवसेना जिला प्रमुख विजय चौगुले ने कहा, "हमने अपना प्रस्ताव पार्टी प्रमुख को भेज दिया है. अगर हमें नवी मुंबई में कम से कम एक विधानसभा सीट नहीं मिलती है तो मैं गणेश नाइक के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ूंगा." उन्होंने कहा, "सभी पार्टी कार्यकर्ताओं ने कम से कम एक सीट पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. मैंने संदीप नाइक के खिलाफ दो बार चुनाव लड़ा है, लेकिन बहुत कम अंतर से हार गया. इस बार हम चुनाव के लिए तैयार हैं."
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, चौगुले ने शिवसेना उम्मीदवार के रूप में 2009 और 2014 में संदीप नाइक के खिलाफ दो बार चुनाव लड़ा था. संदीप नाइक एनसीपी के उम्मीदवार थे. चौगुले नाइक के खिलाफ दो चुनाव करीब 10 हजार वोटों से हार गए थे. 2019 के चुनाव में, पूर्व मंत्री गणेश नाइक ने शिवसेना-भाजपा गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में ऐरोली निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा था. बेलापुर निर्वाचन क्षेत्र में, मंदा महत्रे भाजपा विधायक हैं. प्रेस टाइम तक गणेश नाइक टिप्पणी के लिए उपलब्ध नहीं थे.
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