Updated on: 03 April, 2024 03:30 PM IST | mumbai
Shirish Vaktania
महिला मानसिक रूप से बीमार चल रही थी. अपना पहला बच्चा होने और पिता को खोने के कारण महिला कुछ समय से परेशान चल रही थी.
21 सितंबर को देर रात, आरोपी ने उसके बेडरूम की खिड़की खोली और उसकी बेटी को बाहर फेंक दिया था.
नवजात शिशु की हत्या की आरोपी महिला को जमानत मिल गई है. यह घटना मुलुंड में हुई थी. कथित तौर पर कहा गया कि मुलुंड में रहनेवाली इस महिला ने अपनी 39 दिन की बेटी को 14वीं मंजिल के बेडरूम की खिड़की से फेंक दिया था. बताया गया कि महिला मानसिक रूप से बीमार चल रही थी. अपना पहला बच्चा होने और पिता को खोने के कारण महिला कुछ समय से परेशान चल रही थी. इसी आधार पर महिला हो जमानत दी गई है. इसके अलावा, हुई इस घटना का एक भी गवाह नहीं है. सोमवार को एक सत्र अदालत ने 50,000 रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दे दी. वह प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से मामले से जुड़े किसी भी व्यक्ति को कोई प्रलोभन, धमकी या दबाव नहीं दे सकती या अदालत की अनुमति के बिना देश नहीं छोड़ सकती.
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सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल सक्सेना ने कहा, `मनाली मेहता मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं और गंभीर अवसाद से पीड़ित हैं क्योंकि उन्होंने अपने पहले बच्चे और अपने पिता को खो दिया है. इसके अलावा, किसी ने भी इस घटना को नहीं देखा, इसलिए, सत्र अदालत ने उन्हें जमानत दे दी. जल्द ही वह जेल से रिहा हो जाएगी.
कथित आरोपी मनाली संकेत मेहता ने अपनी नवजात शिशु हशवी संकेत मेहता को यह विश्वास दिलाकर फेंक दिया कि उसके मृत पिता उसके बच्चे को अपने पास बुला रहे हैं और उसे स्वर्ग में उसके स्थान पर भेज दिया गया है. मुलुंड पुलिस ने मामले में आरोप पत्र दायर किया है और आरोपी को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत गिरफ्तार किया है.
घटना पिछले साल सितंबर की है. मनाली, जो मुलुंड पश्चिम में नीलकंठ तीर्थ सोसायटी में 14वीं मंजिल पर अपने पति संकेत और बेटी हशवी के साथ रहती थी. 21 सितंबर को देर रात, आरोपी ने उसके बेडरूम की खिड़की खोली और उसकी बेटी को बाहर फेंक दिया, जिससे वह इमारत के पार एक फोटो स्टूडियो की छत पर गिर गई. घटना का पता अगली सुबह चला जब स्टूडियो मालिक को बच्चे का शव मिला. स्टूडियो मालिक ने तुरंत मुलुंड पुलिस को सूचना दी. उनकी जांच उन्हें मनाली तक ले गई और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
एक पुलिस अधिकारी ने मिड-डे को बताया, `अपने पिता की मृत्यु के बाद, मनाली को भ्रम होने लगा कि वह उससे बात कर रहा है. वह उदास थी और अक्सर खुद से बात करती देखी जाती थी. मनाली ने कहा था कि उसके पिता ने उसे बताया था कि वह हशवी से प्यार करता है और उसे भेजने के लिए कहा था बच्चा उसके पास. इस प्रकार मनाली ने बच्चे को खिड़की से बाहर फेंक दिया, यह विश्वास करते हुए कि वह अपनी बेटी को उसके पिता के यहाँ भेज रही है.`
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