Updated on: 26 October, 2025 12:36 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
मुंबई में 1 नवंबर को महाविकास अघाड़ी (MVA) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के घटक दल चुनाव आयोग कार्यालय तक संयुक्त मार्च निकालेंगे.
X/Pics, MNS Adhikrut - मनसे अधिकृत
महाविकास अघाड़ी (MVA) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के घटक दल 1 नवंबर को मुंबई स्थित चुनाव आयोग कार्यालय पर एक संयुक्त मार्च निकालने जा रहे हैं. यह रैली विशेष रूप से फर्जी मतदाता सूची और लोकतंत्र की सुरक्षा को लेकर आयोजित की जा रही है. MVA और MNS दोनों ने नागरिकों को जागरूक करने और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से इसे महत्त्वपूर्ण कदम बताया है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
रैली में शिवसेना (UBT), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), शेकाप, माकपा, भाकपा और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे. MNS के अध्यक्ष राज ठाकरे ने अपने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वे मार्च की पूरी तैयारी करें और इसे भूतकाल और भविष्य दोनों दृष्टिकोण से गंभीरता से लें. ठाकरे ने यह भी कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार, विशेषकर दिल्ली, भी कार्रवाई करे.
MNS की सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार, यह रैली ‘सत्याचा मोर्चा’ के नाम से आयोजित की जा रही है और इसका उद्देश्य संविधान की सुरक्षा करना और लोकतंत्र को जीवित रखना है. पार्टी ने सभी सच्चे मतदाताओं से अपील की है कि वे इस मार्च में भाग लें और फर्जी मतदाता सूचियों के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाएं. रैली का आयोजन दोपहर 1 बजे फ़ैशन स्ट्रीट, चर्चगेट, मुंबई में होगा.
संविधान वाचवा, लोकशाही जगवा.
— MNS Adhikrut - मनसे अधिकृत (@mnsadhikrut) October 25, 2025
“सत्याचा मोर्चा”
खोट्या मतदार यादी विरोधातील या भव्य मोर्च्यात सर्व खऱ्या मतदारांनी सहभागी व्हा!
शनिवार दिनांक १ नोव्हेंबर २०२५, जमावाची वेळ दुपारी १ वाजता.
स्थळ: फॅशन स्ट्रीट, चर्चगेट, मुंबई.#सत्याचा_मोर्चा#संविधान_वाचवा#MarchForTruth… pic.twitter.com/P8eD2onY9F
नेताओं का कहना है कि यह रैली केवल राजनीतिक विरोध प्रदर्शन नहीं है, बल्कि नागरिकों को उनके संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक करने और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भागीदारी सुनिश्चित करने का भी एक प्रयास है. MVA और MNS के संयुक्त प्रयास से यह उम्मीद जताई जा रही है कि मतदाता सूची में सुधार और पारदर्शिता आएगी.
मानना है कि इस मार्च में भारी संख्या में राजनीतिक दलों, नागरिकों और कार्यकर्ताओं की भागीदारी, लोकतंत्र और संविधान के प्रति जनता की जागरूकता को बढ़ाएगी. नेताओं ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे रैली में शामिल होकर लोकतंत्र की रक्षा में सक्रिय भूमिका निभाएं और अपने अधिकारों का सही उपयोग सुनिश्चित करें.
MNS और MVA दोनों का मानना है कि यह रैली न केवल फर्जी मतदाता सूचियों के खिलाफ चेतावनी होगी, बल्कि नागरिकों को लोकतंत्र के प्रति अपनी जिम्मेदारी याद दिलाने का एक सशक्त माध्यम भी बनेगी.
ADVERTISEMENT