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चलती ट्रेन के सामने फेंककर पुलिसकर्मी की हत्या, दो के खिलाफ केस दर्ज

Updated on: 05 January, 2025 11:35 AM IST | Mumbai

इन लोगों ने पहले पुलिस पर हमला किया और फिर उसे नवी मुंबई के रबाले और घनसोली रेलवे स्टेशनों के बीच चलती ट्रेन के सामने धक्का दे दिया.

प्रतीकात्मक फ़ाइल छवि

प्रतीकात्मक फ़ाइल छवि

नवी मुंबई में दो अज्ञात लोगों द्वारा एक पुलिसकर्मी की हत्या की चौंकाने वाली घटना हुई है. एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि दो अज्ञात व्यक्तियों ने एक पुलिसकर्मी की हत्या कर दी. इन लोगों ने पहले पुलिस पर हमला किया और फिर उसे नवी मुंबई के रबाले और घनसोली रेलवे स्टेशनों के बीच चलती ट्रेन के सामने धक्का दे दिया.

वाशी रेलवे पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि पीड़ित की पहचान घनसोली निवासी 42 वर्षीय विजय रमेश चव्हाण के रूप में हुई है. अधिकारी ने कहा, "घटना बुधवार सुबह 5.25 बजे से 5.35 बजे के बीच हुई. सफेद शर्ट पहने आरोपी ने चव्हाण पर किसी अज्ञात वस्तु से हमला किया और उसे ट्रेन के सामने धकेल दिया. हत्या के पीछे का मकसद अभी तक पता नहीं चल पाया है. कोई नहीं इस घटना में अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है``. पुलिस अधिकारी ने कहा, हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है.


एक अन्य घटना में, नवी मुंबई पुलिस ने गुरुवार को कहा कि उसने कामोटे में 70 वर्षीय महिला और उसके बेटे की हत्या की गुत्थी को 19 वर्षीय दो लोगों की गिरफ्तारी के साथ सुलझा लिया है. गीता भूषण जग्गी और उनके बेटे जितेंद्र (45) के बुधवार शाम सेक्टर 6 स्थित उनके घर में मृत पाए जाने के बाद, स्थानीय पुलिस और अपराध शाखा की टीमों ने विभिन्न कोणों से जांच शुरू की. पुलिस जांच में पता चला कि जितेंद्र के साथ दो लोग आवासीय परिसर में आये थे. फिर दोनों ने हमला कर 70 साल की महिला और उसके बेटे की हत्या कर दी. गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 19 वर्षीय संज्योत मंगेश शुदके और सुभम महिंद्रा नारायणी को उल्वे से गिरफ्तार कर लिया.


अधिकारी ने कहा, "दोनों जितेंद्र को जानते थे, जिसने उन्हें 31 दिसंबर की रात को एक पार्टी में आमंत्रित किया था. शराब पीने के बाद, जितेंद्र ने दोनों आरोपियों के प्रति यौन संबंध बनाए. इससे दोनों नाराज हो गए और उन्होंने एक्सटेंशन बोर्ड से जितेंद्र पर हमला कर दिया जिसके बाद गीता जग्गी का गला घोंटा गया था.`` दोडके और नारायणी पीड़िता का मोबाइल फोन, पर्स, टैब और आभूषण लेकर घर से भाग गए. भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) के तहत मामला दर्ज होने के 24 घंटे से भी कम समय में हत्याएं सामने आईं. एक अधिकारी ने पहले कहा कि बुधवार शाम को घर आए रिश्तेदारों ने दरवाजा अंदर से बंद पाया और मां-बेटे से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचित किया.


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