Updated on: 18 September, 2024 03:38 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अपने बोझ का गुस्सा सहकर्मियों या परिवार के सदस्यों पर डालने से राहत मिलती है, लेकिन इस लड़की के मामले में तो हद ही हो गई.
प्रतीकात्मक छवि (सौजन्य - मिड जर्नी)
महाराष्ट्र के पुणे से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. मिली जानकारी के मुताबिक 26 वर्षीय सीए एना सेबेस्टियन पेरिले की मौत का मामला सामने आया है. आजकल कई लोग ऑफिस में काम के बोझ से परेशान रहते हैं. अपने बोझ का गुस्सा सहकर्मियों या परिवार के सदस्यों पर डालने से राहत मिलती है, लेकिन इस लड़की के मामले में तो हद ही हो गई.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
मृतक लड़की की मां का कंपनी मालिक को लिखा पत्र वायरल हो गया है. उनकी मां ने लिखा कि उनकी बेटी एक फाइटर थी. वह बचपन से ही स्कूल और कॉलेज में टॉपर रहीं. इतना ही नहीं उन्होंने सीए परीक्षा में भी अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने अपनी पहली नौकरी ईवीए में ली. वह इस नौकरी के लिए बहुत उत्सुक थी. हालाँकि यह पहली नौकरी थी, लेकिन उन्हें इतना काम दिया गया कि उन पर काम का दबाव पड़ गया. इसी कारण वह न तो ठीक से सो पाती थी और न ही समय पर खा-पी पाती थी. जॉक, चूँकि वह मना नहीं कर सकती थी, उसे अधिक काम दिया गया. कई बार रात में रिपोर्ट दी गई और अगली सुबह जमा करने को कहा गया.
Heartbreaking news from EY Pune - a young CA succumbed to the work pressure and nobody from EY even attended her funeral - this is so appalling and nasty!!! pic.twitter.com/pt8ThUKiNR
— Malavika Rao (@kaay_rao) September 17, 2024
लड़की की मां द्वारा लिखे गए पत्र में बताया गया है कि इस भयानक काम की वजह से वह अक्सर कहती थी, ``मुझे कुछ समय दो`` और इस लड़की से कहा गया कि तुम रात को बैठकर यह काम पूरा कर सकती हो. पत्र में यह भी कहा गया है कि मैनेजर उस पर काफी दबाव भी बना रहा था. आपको बता दें कि यह लड़की मार्च 2024 में EY पुणे में शामिल हुई थी. और ये उनकी पहली नौकरी थी. हम जिस लड़की की बात कर रहे हैं उसका नाम एना सेबेस्टियन पेरिले था. लड़की की मां ने पत्र के जरिए आरोप लगाया है कि अत्यधिक काम के बोझ के कारण उनकी बेटी की जान चली गई. बच्ची की मां ने इंडिया चेयरमैन को पत्र लिखकर पूरे मामले का खुलासा किया है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शनिवार 6 जुलाई को लड़की के माता-पिता अपनी बेटी के दीक्षांत समारोह में भाग लेने के लिए पुणे पहुंचे. तब उनके सीने में तेज दर्द हो रहा था. उन्हें पुणे के एक अस्पताल ले जाया गया. पेट की दवा देने के बाद युवती वापस काम पर चली गयी. ऐसे में लड़की अक्सर थक-हारकर अपने पीजी में आ जाती थी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT