Updated on: 01 August, 2025 07:45 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
ब्लॉक अवधि के दौरान, फास्ट लाइन पर चलने वाली सभी लोकल ट्रेनें चर्चगेट और मुंबई सेंट्रल के बीच धीमी लाइनों पर चलेंगी.
पटरियों के रखरखाव के लिए यह ब्लॉक लिया जाएगा. प्रतीकात्मक तस्वीर
पश्चिम रेलवे ने बताया कि पटरियों, सिग्नलिंग और ओवरहेड उपकरणों के रखरखाव कार्य के लिए रविवार को सुबह 10.35 बजे से दोपहर 3.35 बजे तक चर्चगेट और मुंबई सेंट्रल (लोकल) स्टेशनों के बीच अप और डाउन फास्ट लाइनों पर पाँच घंटे का जंबो ब्लॉक लिया जाएगा. ब्लॉक अवधि के दौरान, फास्ट लाइन पर चलने वाली सभी लोकल ट्रेनें चर्चगेट और मुंबई सेंट्रल के बीच धीमी लाइनों पर चलेंगी. ब्लॉक के कारण, कुछ उपनगरीय ट्रेनें रद्द रहेंगी, जबकि चर्चगेट जाने वाली कुछ ट्रेनों को बांद्रा/दादर स्टेशनों पर शॉर्ट-टर्मिनेट/रिवर्स किया जाएगा. ब्लॉक के प्रभाव की विस्तृत जानकारी संबंधित स्टेशन मास्टरों के पास उपलब्ध है.
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नए रेलवे समय सारिणी और अधिकारियों द्वारा विरोध प्रदर्शन कर रहे यात्री संगठनों को दिए गए आश्वासन के अनुसार, दिवा रेलवे स्टेशन पर रुकने वाली फास्ट लोकल ट्रेनों की संख्या सितंबर में बढ़ने वाली है, जिन्होंने अब विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया है. दिवा स्टेशन के बाहर भूख हड़ताल आखिरकार खत्म हो गई है, लेकिन इसने अब अन्य स्टेशनों के यात्रियों द्वारा एक नई बहस छेड़ दी है.
मुंब्रा रेल हादसे के बाद से ही कम्यूटर संगठन के सदस्य दिवा स्टेशन के बाहर भूख हड़ताल पर बैठे थे. कार्यकर्ता अमोल केंद्रे ने मिड-डे को बताया, "हमारा विरोध आंदोलन 1 जुलाई से दिवा स्टेशन परिसर में शुरू हुआ था. हमारी माँगों में दिवा स्टेशन से मुंबई सीएसएमटी तक लोकल ट्रेन सेवा, दिवा में सभी तेज़ लोकल ट्रेनों का ठहराव, पनवेल-दिवा लोकल ट्रेन सेवा और दिवा व मुंब्रा स्टेशनों के बाहर एम्बुलेंस की व्यवस्था शामिल थी."
उन्होंने बताया, "22 जुलाई को वरिष्ठ अधिकारी हमसे मिलने आए, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. 24 जुलाई को हम मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) के कार्यालय गए, जहाँ अधिकारियों ने सकारात्मक रुख अपनाया और कहा कि वे मध्य रेलवे (सीआर) प्रबंधन के साथ इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे और दो दिनों के भीतर हमसे संपर्क करेंगे."
केंद्रे के अनुसार, 29 जुलाई को डीआरएम कार्यालय ने प्रदर्शनकारी संगठनों को सूचित किया कि नई उपनगरीय रेलवे समय सारिणी सितंबर में जारी होने वाली है. केंद्रे ने कहा, "इसमें कल्याण, डोंबिवली, अंबरनाथ और टिटवाला से चलने वाली तेज़ लोकल ट्रेनों को दिवा में रोकने की योजना बनाई जाएगी. दिवा और पनवेल के बीच लोकल ट्रेन सेवा शुरू करने के संबंध में भी सकारात्मक नीति बनाई गई है. साथ ही, दिवा और मुंब्रा स्टेशनों पर दो महीने के भीतर एम्बुलेंस उपलब्ध कराई जाएँगी. इसके बाद, हमने विरोध प्रदर्शन रोकने का फैसला किया है."
हालांकि, उन्होंने आगे कहा कि अगली लड़ाई कानूनी होगी. "हमने दिवा के यात्रियों की माँगों को पूरा करवाने के लिए अपने वकीलों प्रभात दुबे और एसएस भोसले के माध्यम से बेहतर सेवाओं के लिए रेलवे के खिलाफ एक जनहित याचिका (PIL) दायर करने का फैसला किया है." इस बीच, अन्य स्टेशनों के यात्रियों ने दिवा के यात्रियों की माँगों पर आपत्ति जताई है. एक यात्री दिनेश हेले ने कहा, "अगर कर्जत लोकल या दूर जाने वाली सभी लोकल ट्रेनें दिवा में रुकेंगी, तो यह अव्यवस्थित हो जाएगा और और भी समस्याएँ पैदा करेगा क्योंकि लोग ठाणे स्टेशन पर चढ़ नहीं पाएँगे."
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