Updated on: 20 January, 2025 03:24 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
सोमवार को अधिकारी ने यह जानकारी दी. एसीबी ने जाल बिछाया और एक आरोपी, बीएनएमसी के एक बीट इंस्पेक्टर को शिकायतकर्ता से 50,000 रुपये लेते हुए पकड़ा.
प्रतीकात्मक छवि
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक व्यक्ति से उसका घर न तोड़ने के लिए कथित तौर पर 1.3 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में दो नगर निगम अधिकारियों को गिरफ्तार किया है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. एसीबी ने शनिवार को जाल बिछाया और एक आरोपी, भिवंडी निजामपुर नगर निगम (बीएनएमसी) के एक बीट इंस्पेक्टर को शिकायतकर्ता से 50,000 रुपये लेते हुए पकड़ा.
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रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि एसीबी ने सहायक आयुक्त सुनील भोईर (56) और बीट इंस्पेक्टर अमोल वरघाड़े (43) को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया. अधिकारी ने कहा कि दोनों ने शुरू में शिकायतकर्ता से भिवंडी में उसका घर न तोड़ने के लिए 1.5 लाख रुपये मांगे थे, लेकिन बाद में उन्होंने रकम घटाकर 1.3 लाख रुपये कर दी. उन्होंने बताया कि आरोपी बीट इंस्पेक्टर को सहायक आयुक्त की ओर से 50,000 रुपये की पहली किस्त लेते हुए पकड़ा गया है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने शनिवार को बताया कि महाराष्ट्र के धाराशिव जिले में एक सहायक पुलिस निरीक्षक को एक व्यक्ति से 50,000 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार एक अधिकारी ने बताया कि एसीबी की टीम ने जाल बिछाया और तमालवाड़ी थाने के प्रभारी सूरज शांतिलाल देवकर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. उन्होंने बताया कि तमालवाड़ी थाने में मामला दर्ज किया गया है.
जालना जिले में बिजली वितरण कंपनी के इंजीनियर को 40,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को एक अधिकारी ने बताया कि जालना जिले से सरकारी महाराष्ट्र बिजली वितरण कंपनी लिमिटेड के एक अतिरिक्त कार्यकारी इंजीनियर को कथित तौर पर 40,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अधिकारी ने बताया कि बातचीत के बाद उसने राशि घटाकर 40,000 रुपये कर दी. अधिकारी ने बताया कि ठेकेदार से शिकायत मिलने के बाद एसीबी ने जाल बिछाया और तौर को बुधवार शाम को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. उन्होंने बताया कि पुलिस उपाधीक्षक बालू जाधवारा के नेतृत्व में की गई कार्रवाई के बाद तौर पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया.
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