Updated on: 20 September, 2024 07:11 PM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
मुलाकात के दौरान बीडीडी चाल नं. 1 से 7, 14 और 15, 45 और 46, 44, 47, 79/49, 21, 29 में पुनर्वास परियोजनाओं से जुड़ी समस्याओं पर गहराई से चर्चा की गई.
X/Pics, Aaditya Thackeray
Aaditya Thackeray: आज शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट बोर्ड (MHADB) के मुख्य अधिकारी मिलिंद बोरिकर से महत्वपूर्ण मुलाकात की. यह बैठक वर्ली बीडीडी (बॉम्बे डेवलपमेंट डायरेक्टोरेट) चाली के पुनर्वास परियोजना से जुड़ी समस्याओं को लेकर आयोजित की गई थी. वर्ली बीडीडी चाली मुंबई की एक पुरानी और ऐतिहासिक रिहायशी बस्ती है, जिसे पुनर्विकसित करने के लिए सरकार द्वारा कई परियोजनाएं चल रही हैं. हालांकि, इन परियोजनाओं के दौरान निवासियों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिनके समाधान के लिए यह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है. आदित्य ठाकरे ने इस मुलाकात की जानकारी X के जरिए दी है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
आज मुंबई गृहनिर्माण व क्षेत्रविकास मंडळाचे मुख्य अधिकारी मिलिंद बोरीकर जी ह्यांची वरळी बीडीडी चाळीतील रहिवाशांसोबत भेट घेतली.
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) September 20, 2024
ह्यावेळी बीडीडी चाळ क्र. १ ते ७, १४ व १५, ४५ व ४६, ४४, ४७, ७९/४९, २१, २९ येथील विविध समस्या, सोडती विषयी असणाऱ्या शंका तसेच पुनर्वसन प्रकल्पाचे काम सुरू… pic.twitter.com/BmyDh3oGDI
मुलाकात के दौरान बीडीडी चाल नं. 1 से 7, 14 और 15, 45 और 46, 44, 47, 79/49, 21, 29 में पुनर्वास परियोजनाओं से जुड़ी समस्याओं पर गहराई से चर्चा की गई. इन चालीयों के निवासियों को पुनर्विकास के दौरान कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें उनके अस्थायी रहने की व्यवस्था, परियोजना के कार्य में देरी, और ड्रा प्रक्रिया के संबंध में शंकाएं प्रमुख हैं. पुनर्विकास की जटिलताओं और निवासियों के अधिकारों के मुद्दे पर भी बातचीत हुई.
आदित्य ठाकरे ने निवासियों की चिंताओं को मिलिंद बोरिकर के समक्ष रखा और उनसे आग्रह किया कि वे पुनर्विकास के दौरान उत्पन्न हो रही समस्याओं का शीघ्र समाधान करें. विशेष रूप से, ड्रा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने की मांग की गई, ताकि निवासियों को उनके आवंटन और पुनर्वास से संबंधित किसी भी प्रकार की शंका न हो.
बैठक में पुनर्विकास परियोजना की धीमी गति पर भी चिंता जताई गई. निवासियों के अस्थायी ठहरने और पुनर्वास की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल करने के लिए अधिकारियों से आग्रह किया गया. आदित्य ठाकरे ने विशेष रूप से इस बात पर जोर दिया कि जिन निवासियों का पुनर्वास हो रहा है, उन्हें सभी मूलभूत सुविधाएं सही समय पर उपलब्ध कराई जाएं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT