Updated on: 27 December, 2024 08:42 AM IST | mumbai
Ujwala Dharpawar
Manmohan Singh Passes Away: डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि डॉ. सिंह के दूरदर्शी निर्णयों ने भारत को आर्थिक संकट से उबारा और देश को नई दिशा दी.
X/Pics, Ajit Pawar
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और 1991 के ऐतिहासिक आर्थिक सुधारों के जनक, डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन के बाद सरकार ने सात दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है. डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को किया जाएगा. उनकी मृत्यु की खबर से पूरा देश शोकाकुल है, और यह राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में एक बड़ी क्षति मानी जा रही है.
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महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजीत पवार ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, "डॉ. मनमोहन सिंह ने उस समय देश को आर्थिक संकट से बाहर निकाला, जब भारत की स्थिति बेहद गंभीर थी. उनके दूरदर्शी निर्णयों और कुशल नेतृत्व ने भारतीय अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी." पवार ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट साझा करते हुए लिखा, "डॉ. मनमोहन सिंह जी का जाना अत्यंत दुखद है. वे एक सच्चे सज्जन और महान नेता थे. उनके दृष्टिकोण ने देश को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं."
Deeply saddened by the news of former PM Dr. Manmohan Singh ji`s demise.
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) December 26, 2024
A gentleman to the core, his vision became a turning point in our country`s economic development. My thoughts and prayers are with his family and friends in this difficult time. pic.twitter.com/c8jig9c8ii
डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने जीवनकाल में असाधारण योगदान दिए. 1991 में, जब भारत आर्थिक संकट की चपेट में था, उन्होंने बतौर वित्त मंत्री साहसी और ऐतिहासिक सुधार लागू किए. इन सुधारों ने न केवल देश की अर्थव्यवस्था को उबारा, बल्कि उसे वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धा करने योग्य बना दिया. उनके निर्णयों ने भारत को नई पहचान दी और आर्थिक विकास की नींव को मजबूत किया. प्रधानमंत्री के रूप में भी उन्होंने समाज के हर वर्ग के कल्याण के प्रति प्रतिबद्धता दिखाई.
उनकी सादगी, गरिमा और सुसंस्कृत व्यक्तित्व ने उन्हें देशवासियों के दिलों में खास जगह दिलाई. एक कुशल अर्थशास्त्री और जननेता के रूप में उनका योगदान अप्रतिम था. उनका नेतृत्व राजनीति में भरोसे और स्थिरता का प्रतीक था. डॉ. सिंह के विचार और दृष्टिकोण ने भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था को नए आयाम दिए.
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन न केवल राजनीतिक क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे देश के लिए अपूरणीय क्षति है. वे एक ऐसे नेता थे, जिन्होंने अपने कार्यों और निर्णयों से देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया. उनकी उपलब्धियां न केवल इतिहास में दर्ज होंगी, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देती रहेंगी. देश ने आज एक सच्चा बेटा और महान नेता खो दिया है, जिनकी कमी हमेशा खलेगी.
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