Updated on: 20 April, 2025 12:46 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
वे जीवन भर एक उत्कृष्ट शिक्षक रहे और मृत्यु के बाद भी एक उत्कृष्ट शिक्षक बने रहेंगे.
प्रेमचंद होम्बल
उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार एवं वर्ष 2021 के केंद्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित विश्व विख्यात भरतनाट्यम नृत्य गुरु श्री प्रेमचंद होम्बल का कल लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया. वे जीवन भर एक उत्कृष्ट शिक्षक रहे और मृत्यु के बाद भी एक उत्कृष्ट शिक्षक बने रहेंगे.
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उन्होंने बनारस के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आयुर्विज्ञान संस्थान को अपना अंशदान देकर सर्वश्रेष्ठ आदर्श प्रस्तुत किया. गुरु श्री प्रेमचंद होम्बल ने भरतनाट्यम एवं नाट्य कला के प्रचार-प्रसार में विशेष योगदान दिया है. आपने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के संगीत एवं मंच कला संकाय में लगभग 37 वर्षों तक कार्य किया.
20 अप्रैल 2025 को गुरु श्री प्रेमचंद होम्बल के अंतिम दर्शन के लिए उन्हें वाराणसी ले जाया जाएगा, तब परिवार द्वारा गुरु श्री प्रेमचंद होम्बल की अंशदान की इच्छा पूरी की जाएगी. गुरु श्री प्रेमचंद होम्बल को भरतनाट्यम और नाट्य कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए कई प्रतिष्ठित सम्मानों से सम्मानित किया गया.
उन्हें वर्ष 2000 में उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार मिला. वर्ष 2021 में उन्हें राष्ट्रीय संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. उन्होंने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के संगीत एवं मंच कला संकाय में करीब 37 साल तक अध्यापन किया. उन्होंने कई नाटकों की कोरियोग्राफी, निर्देशन और अभिनय भी किया.
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