Updated on: 10 September, 2025 11:50 AM IST | Mumbai
Aditi Alurkar
छात्र भारती ने महाराष्ट्र सरकार से अपील की है कि राज्य भर के सभी स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों को मुफ़्त राज्य परिवहन (एसटी) बस पास प्रदान किया जाए.
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छात्र संगठन छात्र भारती ने राज्य सरकार से महाराष्ट्र भर के छात्रों को मुफ़्त राज्य परिवहन (एसटी) बस पास प्रदान करने की अपील की है. संगठन ने ग्रामीण और कृषक समुदायों के बच्चों, जो स्कूल और कॉलेज जाने के लिए सार्वजनिक परिवहन पर निर्भर हैं, की कठिनाइयों का हवाला देते हुए यह अपील की है.
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छाड़ा तालुका में हाल ही में हुई एक घटना के बाद यह माँग ज़ोर पकड़ गई है, जहाँ कक्षा 5 के एक छात्र, बादल राजाराम बरेला को कथित तौर पर एक एसटी बस से उतरने के लिए मजबूर किया गया क्योंकि उसका पास समाप्त हो गया था. इसके बाद लड़के को घर पहुँचने के लिए बारिश में दो-तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. संगठन ने दावा किया कि लगभग 20 दिन पहले इस मामले की सूचना मिलने के बावजूद, संबंधित बस कंडक्टर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
इस विवाद के बीच, छात्र भारती ने परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक का भी ध्यान आकर्षित किया है. समूह ने मंत्री की इस बात के लिए आलोचना की है कि उन्होंने कथित तौर पर अपने पोते को स्कूल के लिए एक लग्ज़री टेस्ला कार उपहार में दी है, जबकि हज़ारों ग्रामीण और आदिवासी छात्र किफ़ायती दैनिक परिवहन के लिए संघर्ष कर रहे हैं.
सरनाईक को लिखे एक खुले पत्र में, छात्र भारती के अध्यक्ष रोहित ढाले ने कहा, "एक दादा द्वारा अपने पोते की इच्छा पूरी करना स्वाभाविक है. लेकिन एक मंत्री होने के नाते, उनकी यह ज़िम्मेदारी है कि वे यह सुनिश्चित करें कि ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के लाखों छात्र परिवहन संबंधी समस्याओं के कारण शिक्षा के अपने अधिकार से वंचित न रहें."
संगठन ने मांग की है कि राज्य सरकार महाराष्ट्र के सभी छात्रों को निःशुल्क एसटी पास प्रदान करे और यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त निर्देश जारी करे कि छात्रों को यात्रा के दौरान परिवहन कर्मचारियों द्वारा अनादर या दुर्व्यवहार का सामना न करना पड़े.
ढाले ने निष्कर्ष निकाला कि मंत्री ने अपने पोते की इच्छा पूरी कर दी है, लेकिन अब समय आ गया है कि वे राज्य भर के उन अनगिनत छात्रों की आकांक्षाओं को पूरा करें जो शैक्षणिक संस्थानों तक पहुँचने के लिए एसटी बसों पर ही निर्भर हैं.
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