Updated on: 09 January, 2025 09:20 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
लएंडटी के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की, जब उनसे पूछा गया कि यह समूह अभी भी शनिवार को काम क्यों करवा रहा है.
फोटो: सोशल मीडिया
मानसिक स्वास्थ्य की पैरोकार अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने लार्सन एंड टुब्रो के चेयरमैन के उस बयान पर हैरानी जताई है, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया है कि रविवार को काम करना चाहिए. एलएंडटी के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की, जब उनसे पूछा गया कि अरबों डॉलर का यह समूह अभी भी शनिवार को काम क्यों करवा रहा है. दीपिका ने इंस्टाग्राम पर #mentalhealthmatters के साथ उनकी टिप्पणी की निंदा की.
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सुब्रह्मण्यन यह कहने के लिए आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं कि सप्ताह में 90 घंटे काम करना चाहिए. रेडिट पर सामने आए एक बिना तारीख वाले वीडियो में उन्होंने कहा कि उन्हें रविवार को भी काम न करवा पाने का अफसोस है. सुब्रह्मण्यन को यह कहते हुए सुना गया, "मुझे अफसोस है कि मैं आपसे रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं. अगर मैं आपसे रविवार को काम करवा पाऊं, तो मुझे ज्यादा खुशी होगी, क्योंकि मैं रविवार को भी काम करता हूं."
उन्होंने एक लैंगिक भेदभावपूर्ण टिप्पणी भी की, जिसका मतलब था कि केवल महिलाएं ही घर पर रहती हैं और पुरुष काम पर जाते हैं. "घर पर बैठकर क्या करते हो? तुम अपनी पत्नी को कितनी देर तक घूर सकते हो? चलो, ऑफिस जाओ और काम करना शुरू करो." दीपिका ने एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, "ऐसे वरिष्ठ पदों पर बैठे लोगों को इस तरह के बयान देते देखना चौंकाने वाला है #mentalhealthmatters". इस वीडियो ने कार्य-जीवन संतुलन, कार्यस्थल संस्कृति और बड़ी कंपनियों में की जाने वाली अपेक्षाओं के बारे में ऑनलाइन बहस छेड़ दी है.
दीपिका पिछले कई सालों से अपने मानसिक स्वास्थ्य संघर्षों के बारे में मुखर रही हैं. सिंघम अगेन की अभिनेत्री ने 2015 में अपनी मानसिक बीमारी के बारे में खुलकर बात की और बताया कि एक साल पहले वह अवसाद से जूझ रही थीं और उन्होंने मदद मांगी थी. उनकी संस्था, लाइव लव लाफ का उद्देश्य मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे लोगों की मदद करना है.
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