Updated on: 05 January, 2025 11:37 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
माथुर ने बताया कि वन्यजीवों के बाड़ों के बाहर हीटर लगाए गए हैं और ठंडी हवा को अंदर आने से रोकने के लिए पर्दे लगाए गए हैं
प्रतीकात्मक छवि
जयपुर के नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क ने पार्क के जानवरों को ठंड से बचाने के लिए बाड़ों में हीटर लगाने के साथ ही उनके खान-पान में भी बदलाव किया है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक डॉ. अरविंद माथुर ने बताया कि वन्यजीवों के बाड़ों के बाहर हीटर लगाए गए हैं और ठंडी हवा को अंदर आने से रोकने के लिए पर्दे लगाए गए हैं.
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रिपोर्ट के मुताबिक साथ ही वन्यजीवों के खान-पान में भी बदलाव किया गया है. नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के वरिष्ठ वन्यजीव चिकित्सक ने बात करते हुए कहा, "इस सर्दी के मौसम में एहतियात के तौर पर जानवरों को कुछ दवाइयां भी दी जा रही हैं, ताकि उनके शरीर का तापमान बना रहे और डिहाइड्रेशन न हो." उन्होंने कहा, "मगरमच्छ, कछुए और घड़ियाल जैसी सरीसृप प्रजातियों के खाने में कमी की गई है, क्योंकि सर्दियों में इन वन्यजीवों का मेटाबॉलिज्म पाचन क्षमता को कम कर देता है. सभी वन्यजीवों को दिन में एक-एक करके बाहर छोड़ा जाएगा, ताकि उन्हें सूरज की गर्मी मिल सके."
वन्यजीव चिकित्सक ने कहा कि पार्क में बाघों, शेरों, तेंदुओं और भैंसों को उनके आहार के हिस्से के रूप में चिकन मांस दिया जा रहा है. इसके अतिरिक्त, दो उबले अंडे शामिल किए गए हैं, और चिकन की मात्रा बढ़ा दी गई है. भालुओं को शहद, गर्म दूध, गुड़ और खजूर दिए जा रहे हैं, साथ ही शहद की मात्रा भी बढ़ाई जा रही है. शाकाहारी वन्यजीवों के लिए दालों की मात्रा बढ़ा दी गई है, और गाजर और गुड़ को उनके आहार में शामिल किया गया है.
माथुर ने कहा, "चूंकि सर्दी आ रही है, इसलिए वन विभाग वन्यजीवों को स्वस्थ रहने में मदद करने के लिए विटामिन, खनिज और दवाइयाँ प्रदान कर रहा है. इनमें प्रतिरक्षा बूस्टर और तनाव-रोधी उपचार शामिल हैं. इससे यह सुनिश्चित होगा कि जयपुर में तापमान में तेज गिरावट होने पर भी जानवरों के स्वास्थ्य पर असर नहीं पड़ेगा. विभाग ने वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं".
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