Updated on: 08 September, 2025 02:45 PM IST | Mumbai
Aditi Alurkar
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के तहत महाराष्ट्र राज्य बोर्ड ने सभी स्कूलों और जूनियर कॉलेजों को 15 सितंबर तक शैक्षणिक, सांस्कृतिक, खेल और कौशल आधारित छात्र क्लब बनाने के निर्देश दिए हैं.
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप, राज्य शिक्षा विभाग ने राज्य बोर्ड के अंतर्गत आने वाले सभी स्कूलों, जिनमें प्राथमिक, माध्यमिक विद्यालय और जूनियर कॉलेज शामिल हैं, को 15 सितंबर तक `छात्र क्लब` या `विद्यार्थी समूह` स्थापित करने का निर्देश दिया है.
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स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे शैक्षणिक और बौद्धिक, कलात्मक और सांस्कृतिक, खेल, सामाजिक, धर्मार्थ और कौशल-आधारित जैसी श्रेणियों में यथासंभव अधिक से अधिक क्लब बनाएँ, जिनमें कक्षा 1 से 12 तक के छात्र शामिल हों. यह अनिवार्य किया गया है कि प्रत्येक छात्र कम से कम एक क्लब में नामांकित हो. संस्थानों को प्रत्येक क्लब के लिए सदस्य और संरक्षक भी नियुक्त करने होंगे.
दिशानिर्देशों में 30 से अधिक विकल्पों की रूपरेखा दी गई है, जिनमें मराठी, अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू में भाषा क्लब, साथ ही अर्थशास्त्र, गणित, व्यावसायिक शिक्षा, आपातकालीन प्रबंधन, पर्यावरण, स्वच्छता आदि पर केंद्रित छात्र समूह शामिल हैं.
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इन क्लबों के लिए सुझाए गए पाठ्यक्रमों वाली एक पुस्तिका उपलब्ध कराई है, साथ ही स्कूलों को छात्रों की रुचि के अनुसार नए पाठ्यक्रम शुरू करने की सुविधा भी दी है.
स्कूलों को प्रत्येक क्लब के लिए उद्देश्य निर्धारित करने, छात्रों की प्राथमिकताओं का आकलन करने के लिए सर्वेक्षण करने, मार्गदर्शन देने वाले शिक्षकों की नियुक्ति करने, छात्र नेताओं को नामित करने और अभिभावकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए कहा गया है. नियमित समीक्षा की जाएगी और भाग लेने वाले छात्रों को प्रोत्साहन के रूप में प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएँगे.
महाराष्ट्र स्कूल प्रिंसिपल्स एसोसिएशन के पूर्व प्रमुख महेंद्र गणपुले ने कहा, "कई स्कूल पहले से ही `सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों` के नाम से इसी तरह के क्लब चला रहे हैं, जिससे उनकी स्थापना एक व्यावहारिक लक्ष्य बन जाती है. ये क्लब छात्रों की शिक्षा को अकादमिक गतिविधियों से आगे बढ़ाने में मदद करते हैं. स्कूल आमतौर पर शनिवार या नो-बैग डे पर ऐसी गतिविधियाँ आयोजित करते हैं."
15 सितंबर
स्कूलों को कब तक छात्र क्लब स्थापित करने चाहिए?
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