Updated on: 15 May, 2024 08:44 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में दाखिले में मराठा समुदाय की आरक्षण की मांग के लिए 8 जून को रैली आयोजित की जाएगी.
मनोज जारांगे. फ़ाइल चित्र
मराठा कोटा कार्यकर्ता मनोज जारांगे ने मंगलवार को चेतावनी दी कि आंदोलन 4 जून से फिर से शुरू होगा, जिस दिन चल रहे लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आएंगे. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में दाखिले में मराठा समुदाय की आरक्षण की मांग पर दबाव बनाने के लिए 8 जून को एक रैली आयोजित की जाएगी.
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रिपोर्ट के मुताबिक मनोज जारांगे पिछले साल से मराठा आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं, उन्होंने 17वीं सदी के शासक की जयंती मनाने के लिए छत्रपति संभाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. उन्होंने कहा, "हम अपने बच्चों के लिए आरक्षण चाहते हैं... हमें दस प्रतिशत आरक्षण (आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के तहत) दिया गया है जिसका कोई फायदा नहीं है. यह (चल रही) पुलिस भर्ती में साबित हो गया है.``
कार्यकर्ता ने कहा, "हम 4 जून को सुबह 9 बजे अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करके आंदोलन फिर से शुरू करेंगे. आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से होगा." उन्होंने उम्मीद जताई कि सरकार इससे पहले उनकी मांगों पर विचार करेगी. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा कि आठ जून को महाराष्ट्र के बीड जिले के नारायणगढ़ में रैली के लिए तैयारियां जोरों पर हैं.
लोकसभा चुनाव 2024 पर मराठा आंदोलन के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर, मनोज जारांगे ने कहा, "मैं इसमें शामिल नहीं था और मैंने किसी के लिए प्रचार नहीं किया है. मैंने सिर्फ इतना कहा था कि लोगों को उन लोगों को हराना चाहिए जो हमारे खिलाफ थे." रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने आगे कहा, "लेकिन इससे पहले कभी नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में इतनी प्रचार रैलियां की थीं".
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