Updated on: 08 November, 2024 06:12 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इंजीनियर रशीद के भाई और अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक खुर्शीद अहमद शेख को मौजूद मार्शलों ने विधानमंडल से बाहर निकाल दिया. सभा में पीडीपी के खिलाफ नारे लगाए गए.
छविः एजेंसी
जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज भी हटाए गए अनुच्छेद 370 को वापस लाने के लिए फिर से हंगामा हो रहा है. कुपवाड़ा के पीडीपी विधायक द्वारा अनुच्छेद 370 की बहाली पर बैनर दिखाने के बाद सत्र के पांचवें दिन विधानसभा में हंगामा हो गया. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायकों ने नारे लगाए. इंजीनियर रशीद के भाई और अवामी इत्तेहाद पार्टी के विधायक खुर्शीद अहमद शेख को मौजूद मार्शलों ने विधानमंडल से बाहर निकाल दिया. सभा में पीडीपी के खिलाफ नारे लगाए गए. पीडीपी और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (पीसी) सहित विधायकों के एक समूह ने गुरुवार को विधानसभा में एक नया प्रस्ताव पेश किया. इसमें जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 और 35ए को उनके मूल स्वरूप में तत्काल बहाल करने की मांग की गई. यह प्रस्ताव विधानसभा द्वारा एनसी द्वारा पेश किए गए एक प्रस्ताव को पारित करने के एक दिन बाद आया है.
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गुरुवार को सदन में हंगामे के बीच स्पीकर अब्दुल रहीम राथर के सामने नया प्रस्ताव पेश किया गया. यह प्रस्ताव पीडीपी सदस्यों वहीद पारा (पुलवामा विधायक) और फैयाज मीर (विधायक कुपवाड़ा), हंदवाड़ा से पीपुल्स कॉन्फ्रेंस विधायक सज्जाद लोन, लंगट से अवामी इत्तेहाद पार्टी विधायक शेख खुर्शीद और शोपिया से निर्दलीय विधायक शब्बीर कुल्ले ने पेश किया था.
#WATCH | Srinagar | By orders of the J&K Assembly Speaker Abdul Rahim Rather, BJP MLAs entering the well of the House marshalled out pic.twitter.com/yHbRS1VEsw
— ANI (@ANI) November 8, 2024
प्रस्ताव में कहा गया है कि यह सदन जम्मू-कश्मीर विधानसभा पुनर्गठन अधिनियम, 2019 के अधिनियमन के साथ केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए को असंवैधानिक और एकतरफा निरस्त करने की कड़ी निंदा करता है. इन कार्रवाइयों ने जम्मू-कश्मीर से उसका विशेष दर्जा और राज्य का दर्जा छीन लिया. इसने मूल रूप से संविधान द्वारा क्षेत्र और उसके लोगों को प्रदान की गई मौलिक गारंटी और सुरक्षा को कमजोर कर दिया. वहीं, विधानसभा ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा बहाल करने का प्रस्ताव पारित कर दिया. घाटी के राजनीतिक दलों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया, जबकि मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने इसका कड़ा विरोध किया.
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर विधानसभा में चल रहे विवाद के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं. इन वीडियो और तस्वीरों में दिख रहा है कि सत्ता पक्ष और विपक्षी दल के विधायक एक-दूसरे पर लात-घूंसे बरसा रहे हैं. बीजेपी का दावा है कि धारा 370 इतिहास बन गई है और इसे दोबारा लागू नहीं किया जा सकता. ये दावा सच है. सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों की बेंच ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के केंद्र सरकार के फैसले पर मुहर लगा दी है.
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