Updated on: 05 September, 2025 08:26 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अब्दुल्ला ने इस कदम को एक अनिर्वाचित सरकार द्वारा "जानबूझकर" लिया गया फैसला बताया और इसे "विचारहीन और लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए बनाया गया" बताया.
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला. फाइल फोटो
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा प्रशासन की आलोचना की, क्योंकि उन्होंने बार-बार अनुरोध के बावजूद ईद-ए-मिलाद-उन-नबी की छुट्टी को पुनर्निर्धारित करने से इनकार कर दिया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अब्दुल्ला ने इस कदम को एक अनिर्वाचित सरकार द्वारा "जानबूझकर" लिया गया फैसला बताया और इसे "विचारहीन और लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचाने के लिए बनाया गया" बताया. अब्दुल्ला ने अपने निजी हैंडल से एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "सरकारी प्रेस द्वारा मुद्रित कैलेंडर में स्पष्ट रूप से लिखा है, `चाँद के दिखने पर निर्भर.` इसका मतलब है कि चाँद दिखने के आधार पर छुट्टी में बदलाव हो सकता है."
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रिपोर्ट के मुताबिक जहाँ जम्मू-कश्मीर में ईद-ए-मिलाद इस्लामी चंद्र कैलेंडर के अनुसार शनिवार को मनाई जा रही है, वहीं प्रशासन द्वारा पहले जारी की गई वार्षिक छुट्टियों की सूची के अनुसार, यह छुट्टी शुक्रवार को मनाई गई. स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने भी उपराज्यपाल प्रशासन पर "लोगों की भावनाओं से खेलने" का आरोप लगाया. इटू ने एक्स पर पूछा, "यह पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है. ईद-ए-मिलाद, जो दुनिया भर के मुसलमानों के लिए एक पवित्र अवसर है, जम्मू-कश्मीर में सही तारीख पर छुट्टी के रूप में नहीं मनाया जाता. अगर इसका पालन नहीं किया जाता है, तो `चाँद दिखने पर निर्भर` होने का क्या मतलब है?" . उन्होंने आगे कहा कि "बार-बार अनुरोध के बावजूद," उपराज्यपाल कार्यालय ने कोई कार्रवाई नहीं की, और इस बात पर ज़ोर दिया कि ऐसे फ़ैसले निर्वाचित सरकार को लेने चाहिए.
कश्मीर के प्रमुख मौलवी और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज़ उमर फ़ारूक़ ने भी छुट्टी का समय न बदलने के लिए अधिकारियों की निंदा की. मीरवाइज ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के पवित्र अवसर पर अधिकारियों की घोर उपेक्षा की मैं कड़ी निंदा करता हूँ, जिन्होंने लगातार दूसरे साल भी वास्तविक तिथि के अनुसार अवकाश का पुनर्निर्धारण नहीं किया है और मुस्लिम समुदाय की भावनाओं की अवहेलना की है." रिपोर्ट के अनुसार इस कदम को "जानबूझकर की गई लापरवाही" बताते हुए मीरवाइज ने कहा कि यह जम्मू-कश्मीर के मुसलमानों को अस्वीकार्य है और वे इसका "कड़ा विरोध" करते हैं. उन्होंने निर्वाचित सरकार की चुप्पी की भी आलोचना करते हुए कहा, "वे जम्मू-कश्मीर के लोगों के किसी भी मुद्दे पर कोई रुख अपनाने में विफल रहे हैं. मैं आज जामा मस्जिद में अपने जुमे (शुक्रवार) के खुतबे में भी इस मुद्दे को उठाऊँगा."
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने अवकाश का पुनर्निर्धारण न किए जाने को "दुर्भाग्यपूर्ण" बताया. मुफ्ती ने एक्स पर कहा, "यह कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि दुनिया भर के मुसलमानों के लिए ईद-ए-मिलाद जैसा पवित्र अवसर जम्मू-कश्मीर में सही दिन पर भी नहीं मनाया जा रहा है." उन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व वाली सरकार पर बहुमत होने के बावजूद ऐसे "अत्याचारी फैसलों" को वैध और सामान्य बनाने का आरोप लगाया. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने आगे कहा, "भारत के एकमात्र मुस्लिम बहुल राज्य को हमारे प्रिय धार्मिक अवसरों की घोषणा करने की भी आज़ादी नहीं है." उपराज्यपाल प्रशासन पहले भी ईद की छुट्टी में बदलाव करने से इनकार कर चुका है.
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