Updated on: 08 August, 2025 09:34 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा बेंगलुरु सेंट्रल सीट पर एक लाख फर्जी वोट जोड़ने का आरोप लगाते ही सोशल मीडिया पर #FakeVotes और #RahulGandhi ट्रेंड करने लगे.
X/Pics, Congress
कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर सुर्खियों में हैं. गुरुवार को दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट की महादेवपुरा विधानसभा में 1,00,250 फर्जी वोट जोड़ने का गंभीर आरोप लगाकर चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए.
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उन्होंने दावा किया कि यह आंकड़ा चुनाव आयोग द्वारा कांग्रेस को सौंपे गए दस्तावेजों के ढेर में से निकाला गया है. राहुल ने इन दस्तावेजों को ‘आपराधिक सबूत’ बताया और कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह मुद्दा बेहद अहम है.
उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर हलचल तेज हो गई है. ट्विटर (अब एक्स), फेसबुक और इंस्टाग्राम पर #RahulGandhi, #FakeVotes और #ElectionFraud जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं. बड़ी संख्या में लोग राहुल गांधी के समर्थन में पोस्ट शेयर कर रहे हैं, वहीं कई यूजर्स ने उनके इस बयान को 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी का हिस्सा बताया.
`Vote Chori` संविधान और लोकतंत्र के साथ किया गया बड़ा धोखा है- एक अपराध है।
— Congress (@INCIndia) August 8, 2025
देश के गुनहगार सुन लें - वक्त बदलेगा, सजा जरूर मिलेगी।
pic.twitter.com/8XWXoeMlEe
कुछ ही घंटों में “राहुल गांधी” देशभर में ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में आ गए. कांग्रेस समर्थकों ने इसे "लोकतंत्र की लड़ाई" बताया, जबकि विरोधियों ने इसे एक और "राजनीतिक नौटंकी" करार दिया. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो क्लिप्स में राहुल का कहना है, “अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष है, तो इतनी बड़ी संख्या में फर्जी वोटर लिस्ट में कैसे जुड़ गए?”
कांग्रेस का कहना है कि वे इस मुद्दे को लेकर चुनाव आयोग से औपचारिक शिकायत करेंगे और मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग करेंगे. राहुल गांधी ने यह भी संकेत दिए कि अन्य सीटों पर भी इसी तरह की गड़बड़ियों के प्रमाण जुटाए जा रहे हैं.
लोकतंत्र की हत्या कर रहे
— Congress (@INCIndia) August 8, 2025
BJP और चुनाव आयोग pic.twitter.com/gArX6xbW7P
सोशल मीडिया के ज़रिए यह मुद्दा अब सिर्फ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस तक सीमित नहीं रह गया, बल्कि यह एक राष्ट्रीय बहस का रूप ले चुका है. राहुल गांधी के इस कदम ने चुनावी माहौल को पहले से कहीं अधिक गर्मा दिया है.
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