Updated on: 23 August, 2025 08:30 PM IST | Mumbai
शरद पवार ने मुंबई में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है और आयोग अपनी स्वतंत्र भूमिका निभाने में पूरी तरह विफल रहा है.
X/Pics, Nationalist Congress Party - Sharadchandra Pawar
राष्ट्रवादी कांग्रेस शरदचंद्र पवार गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार की प्रमुख उपस्थिति में शुक्रवार को मुंबई स्थित यशवंतराव चव्हाण सेंटर में एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित हुई. इस दौरान पवार ने केंद्रीय चुनाव आयोग के कामकाज पर गंभीर सवाल खड़े किए और मतदाता सूची में बोगस वोटिंग तथा दुबार नामों जैसे बड़े घोटाले का मुद्दा सामने रखा.
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प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिरूर-हवेली और हडपसर विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूचियों में गड़बड़ियों के ठोस प्रमाण पेश किए गए. शरद पवार ने कहा कि राज्य के अन्य हिस्सों से भी इस तरह की शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं, जो चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगाती हैं. उन्होंने साफ कहा कि चुनाव आयोग अपनी स्वतंत्र और निष्पक्ष भूमिका निभाने में नाकाम साबित हुआ है.
पक्षाचे राष्ट्रीय अध्यक्ष, आदरणीय खासदार श्री. शरदचंद्रजी पवार साहेब व राष्ट्रीय कार्याध्यक्षा, महासंसदरत्न खासदार माननीय सुप्रियाताई सुळे यांच्या प्रमुख उपस्थितीत आज मुंबईच्या यशवंतराव चव्हाण सेंटर येथे महत्वपूर्ण `संघटनात्मक आढावा बैठक` पार पडली. दरम्यान विधानसभा निवडणुकीत… pic.twitter.com/T7IvhKOFYm
— Nationalist Congress Party - Sharadchandra Pawar (@NCPspeaks) August 22, 2025
शरद पवार ने आगे कहा कि राहुल गांधी ने इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर उजागर किया और बिहार से इसकी शुरुआत हुई. पवार के अनुसार, बिहार राजनीतिक दृष्टि से हमेशा सजग रहा है और वहां से लोकतांत्रिक संघर्ष की मजबूत परंपरा रही है. राहुल गांधी के पास इस बात के भी सबूत हैं कि कई जगहों पर एक ही झोपड़ी में 140 से अधिक मतदाताओं के नाम दर्ज हैं. पवार ने कहा कि उनकी पार्टी ने महाराष्ट्र में मतदाता सूची का गहन अध्ययन शुरू कर दिया है और यह मुद्दा लगातार उठाया जाएगा.
उपराष्ट्रपति चुनाव पर बोलते हुए शरद पवार ने बताया कि विपक्षी दलों ने मिलकर दो-तीन नामों पर चर्चा की थी और सभी का एकमत हुआ. लेकिन जब सत्ता पक्ष की ओर से उम्मीदवार घोषित हुआ और मुख्यमंत्री ने उनसे समर्थन की अपील की, तो उन्होंने साफ मना कर दिया. पवार ने कहा कि वे वैचारिक रूप से अलग हैं और ऐसी परिस्थिति में समर्थन संभव नहीं था. उन्होंने यह भी जोड़ा कि संजय राऊत के साथ उनकी चर्चा हुई है और दोनों का मत एक जैसा है कि वे अपनी स्वतंत्र राजनीतिक लाइन पर चलेंगे.
इस मौके पर एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने भी मतदाता सूची में भारी गड़बड़ी की ओर इशारा किया. उन्होंने कहा कि एक ही घर में 18 नाम दर्ज हैं, तो कहीं पते के सामने “00” जैसे आंकड़े दिखते हैं. पाटिल ने आरोप लगाया कि शिकायत करने पर जिलाधिकारी यह कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि अब समय नहीं है. उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद स्वीकार किया है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी है, इसलिए सभी विपक्षी दलों को मिलकर चुनाव आयोग को जिम्मेदार ठहराना चाहिए.
शरद पवार और उनकी टीम के तेवरों से साफ है कि आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में मतदाता सूची का यह मुद्दा विपक्ष का बड़ा हथियार बनने वाला है.
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