शिंदे के साथ इस दौरान उपमुख्यमंत्री अजित पवार और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे.
शिंदे का इस्तीफा राज्य में आगामी राजनीतिक बदलाव का संकेत दे रहा है, और राज्य की राजनीति में नए समीकरण उभरने की संभावना बन गई है.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) की महायुति गठबंधन ने भारी बहुमत हासिल किया है.
जिसके बाद सरकार गठन को लेकर चर्चाएं तेज हो गई थीं.
हालांकि मुख्यमंत्री पद को लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है. शिंदे ने 2022 में शिवसेना के भीतर विद्रोह कर सत्ता की कुर्सी पर कब्जा किया था, लेकिन अब उनके इस्तीफे के बाद यह सवाल उठ रहा है कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा.
राज्य में विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद भाजपा, शिवसेना और NCP के गठबंधन ने अपनी स्थिति मजबूत की थी, और इस गठबंधन ने शिंदे सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया था.
लेकिन, मुख्यमंत्री पद को लेकर गठबंधन के भीतर आपसी खींचतान और दावेदारी की प्रक्रिया अब और अधिक दिलचस्प बन गई है.
एक ओर जहां देवेंद्र फडणवीस की नाम चर्चा में है, वहीं अजित पवार और अन्य नेताओं के बीच भी मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा हो रही है. राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री पद को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच विचार-विमर्श चल रहा है, क्योंकि दोनों पार्टियों के पास अपने-अपने तर्क हैं.
इस बीच, महाराष्ट्र के मतदाता भी इस बदलाव के बारे में उत्सुक हैं, और यह देखना होगा कि नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा और राज्य की राजनीति में नए बदलाव के साथ कौन से नए फैसले लिए जाएंगे.
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