अंबेशरी गांव जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर और कटेदरी से 21 किलोमीटर दूर स्थित है. अब तक यह गांव सड़क और परिवहन की कमी के कारण मुख्यधारा से लगभग कटा हुआ था. (Pic/Gadchiroli Police)
लंबे इंतजार के बाद 18 अगस्त 2025 को गढ़चिरौली पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल के मार्गदर्शन और कटेदरी चौकी के सहायक पुलिस निरीक्षक अजय भोसले की अगुवाई में इस पहल को साकार किया गया.
बस सेवा का शुभारंभ स्थानीय निवासियों के लिए उत्सव से कम नहीं रहा. ग्रामीणों ने पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन, आदिवासी नृत्य और स्कूली बच्चों द्वारा तिरंगा लहराकर बस का स्वागत किया. आज़ादी के बाद पहली बार गांव में बस पहुँचने की खुशी ग्रामीणों के चेहरों पर साफ झलक रही थी.
यह बस गढ़चिरौली से चलकर छतगांव, धनोरा, यरकद, मुरूमगांव, खेड़ेगांव, मंगेवाड़ा, जयसिंगटोला और मालेवाड़ा जैसे गांवों से होती हुई अंबेशरी तक जाएगी. इससे 15 से अधिक गांवों के लोग सीधे इस सेवा से जुड़ पाएँगे. अधिकारियों का मानना है कि इस पहल से न केवल ग्रामीणों को शिक्षा, स्वास्थ्य और सरकारी योजनाओं तक पहुँच आसान होगी, बल्कि बच्चों की स्कूल जाने की दैनिक पैदल दूरी भी काफी हद तक कम होगी.
गढ़चिरौली पुलिस ने हाल के वर्षों में दूरस्थ और माओवादी प्रभावित इलाकों को जोड़ने के लिए कई विकासात्मक पहल की हैं. पुलिस के सहयोग से अब तक 507 मोबाइल टावर लगाए जा चुके हैं, 420 किलोमीटर नई सड़कें और 60 पुलों का निर्माण भी कराया गया है. इससे स्थानीय लोगों का भरोसा बढ़ा है और प्रशासन से उनकी दूरी कम हुई है.
इस वर्ष की शुरुआत में भी गढ़चिरौली से कटेदारी, गट्टा से वंगेत्री और मरकानार से अहेरी के बीच बस सेवाएँ शुरू की गई थीं. अंबेशरी की यह बस सेवा उसी श्रृंखला की एक अहम कड़ी है. उद्घाटन समारोह में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (संचालन) एम. रमेश, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) गोकुल राज जी., उप-विभागीय पुलिस अधिकारी (धनोरा) जगदीश पांडे और उप पुलिस अधीक्षक (संचालन) विशाल नागरगोजे सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.
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