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10 साल तक जंग लगे थर्मस का इस्तेमाल करने के बाद एक ताइवानी की मौत

Updated on: 21 June, 2025 05:33 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

वह पिछले एक साल से फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित था. जब कारण जानने के लिए उसके खून की पूरी जांच की गई, तो पता चला कि उसे बहुत भारी धातु का जहर दिया गया था.

प्रतीकात्मक चित्र (सौजन्य: मिड-डे)

प्रतीकात्मक चित्र (सौजन्य: मिड-डे)

ताइवान में एक व्यक्ति सीसे के जहर के कारण गंभीर रूप से बीमार पड़ गया और अंततः उसकी मृत्यु हो गई. ताइवान के अखबारों में एक दुखद मौत का मामला सामने आया है. एक व्यक्ति के फेफड़ों में बहुत भारी धातु जमा थी. वह पिछले एक साल से फेफड़ों के संक्रमण से पीड़ित था. जब कारण जानने के लिए उसके खून की पूरी जांच की गई, तो पता चला कि उसे बहुत भारी धातु का जहर दिया गया था. 

डॉक्टरों के लिए यह पता लगाना एक पहेली थी कि उसके शरीर में इतनी धातु कैसे पहुँच गई. वह जो कुछ भी खा-पी रहा था, वह लगभग सामान्य था. हालाँकि, जब डॉक्टरों की नज़र उस थर्मस पर पड़ी, जिसका इस्तेमाल वह चाय पीने के लिए कर रहा था, तो उन्होंने उसकी जाँच की. मरीज ने बताया कि वह पिछले दस सालों से हर दिन एक ही थर्मस का इस्तेमाल कर रहा था. 


थर्मस के अंदर जंग लग गई थी, लेकिन उसने उसे बदला नहीं था. डॉक्टरों को एक सुराग मिला और उन्होंने थर्मस की धातु की जाँच की और पता लगाया कि मरीज के शरीर में धातु का जहर कहाँ से आया था. समस्या यह थी कि भाई साहब चाय और कॉफी जैसे गर्म पेय से लेकर फल और जूस जैसे अम्लीय और ठंडे पेय तक हर चीज़ के लिए एक ही थर्मस का इस्तेमाल करते थे. 


मरीज को पता ही नहीं चला कि जंग लगे थर्मस से धातु कब लीक होकर खाने में मिल गई. धीमी धातु विषाक्तता के कारण मरीज की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो गई और फेफड़ों में इसके जमा होने से संक्रमण हो गया. हालांकि, जब तक इस समस्या का निदान हुआ, तब तक बहुत देर हो चुकी थी और मरीज को बचाया नहीं जा सका.


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