पुलिस के अनुसार, 2 अगस्त को मादक पदार्थ निरोधक प्रकोष्ठ को सूचना मिली थी कि कल्याण और आसपास के इलाकों में गांजा तस्करी का नेटवर्क सक्रिय है. (Story By / Aishwarya Iyer)
इस सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अंबिवली रेलवे स्टेशन के पास जाल बिछाया गया, जहाँ वाहनों के जरिए गांजा ले जा रहे तीन आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ लिया गया.
इसके बाद पुलिस ने कई छापेमारी अभियान चलाए और पूछताछ के आधार पर धीरे-धीरे पूरे नेटवर्क का भंडाफोड़ किया. कुल मिलाकर 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया. आरोपियों से 115 किलोग्राम गांजा के अलावा दो मोटरसाइकिल, दो ऑटोरिक्शा, एक बुलेट मोटरसाइकिल, तौलने की मशीनें, पैकिंग सामग्री और मोबाइल फोन भी बरामद किए गए.
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बाबर उस्मान शेख (27), हनन शेख (29), सुनील मोहन राठौड़ (25), आज़ाद अब्दुल शेख (55), रेशमा अलाउद्दीन शेख (44), शुभम उर्फ सोन्या शरद भंडारी (26), सोनू हबीब सैयद (24), आसिफ अहमद अब्दुल शेख (25), प्रथमेश हरिदास नलवाडे (23), रितेश पांडुरंग गायकवाड़ (21), अंबादास नवनाथ खामकर (25), आकाश बालू भिटाडे (28) और योगेश दत्तात्रेय जोध (34) के रूप में हुई है. इनमें से छह आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड पहले से मौजूद है.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह आंध्र प्रदेश से गांजा लाकर महाराष्ट्र में सप्लाई करता था. उनका नेटवर्क मुंबई महानगर क्षेत्र सहित आसपास के शहरों तक फैला हुआ था. गिरफ्तारी से पहले आरोपी बड़े पैमाने पर गांजा की खेप मुंबई में पहुंचाने की तैयारी कर रहे थे.
इस पूरी कार्रवाई का नेतृत्व डीसीपी ज़ोन 3 अतुल ज़ेंडे ने किया. इसमें ठाणे क्राइम ब्रांच, एंटी-नारकोटिक्स सेल और कई स्थानीय पुलिस थानों की टीमों ने हिस्सा लिया. पुलिस का कहना है कि यह संगठित गिरोह लंबे समय से सक्रिय था और नियमित रूप से महाराष्ट्र में गांजा की आपूर्ति करता था. फिलहाल आगे की जांच जारी है और अन्य संभावित आरोपियों की तलाश की जा रही है.
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