Updated on: 27 July, 2025 12:04 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
यह दिवस लद्दाख के कारगिल-द्रास सेक्टर में घुसपैठियों से भारतीय क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने के लिए विषम परिस्थितियों का सामना करने वाले भारतीय सैनिकों द्वारा प्रदर्शित बेजोड़ साहस का प्रतीक है.
मुंबई में कारगिल दिवस की 26वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, शनिवार को कोलाबा स्थित तीनों सेनाओं के युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की गई. तस्वीर/रक्षा जनसंपर्क अधिकारी
मुंबईवासियों ने कारगिल विजय दिवस 2025 पर सशस्त्र बलों के शौर्य और बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की.यह दिवस प्रतिवर्ष 26 जुलाई को 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ `ऑपरेशन विजय` में भारत की जीत के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. यह दिवस लद्दाख के कारगिल-द्रास सेक्टर में घुसपैठियों से भारतीय क्षेत्र को पुनः प्राप्त करने के लिए विषम परिस्थितियों का सामना करने वाले भारतीय सैनिकों द्वारा प्रदर्शित बेजोड़ साहस का प्रतीक है.
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ऑपरेशन विजय भारत के सैन्य इतिहास का एक उज्ज्वल अध्याय है, जो देश की सीमाओं की सुरक्षा के लिए 16,000 फीट की ऊँचाई पर कठोर मौसम की स्थिति में काम करने वाले बलों के अदम्य साहस को दर्शाता है.मुंबई में इस ऐतिहासिक विजय की 26वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, कोलाबा स्थित त्रि-सेवा युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की गई.इस कार्यक्रम में उन वीरों को सम्मानित किया गया जिन्होंने संघर्ष के दौरान सर्वोच्च बलिदान दिया.
महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल पवन चड्ढा, वीएसएम, एसएम; पश्चिमी नौसेना कमान के चीफ ऑफ स्टाफ वाइस एडमिरल अजय कोचर, एवीएसएम, एनएम; और ग्रुप कैप्टन एसएल महाजन, कार्यवाहक एयर ऑफिसर कमांडिंग (समुद्री वायु संचालन) द्वारा पुष्पांजलि अर्पित की.
थलसेना, नौसेना और वायुसेना के कई पूर्व सैनिक और वरिष्ठ अधिकारी भी श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उपस्थित थे. यह समारोह देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए भारतीय सशस्त्र बलों की अटूट प्रतिबद्धता की एक गंभीर याद दिलाता है.इसने देश के किसी भी खतरे का सामना करने के लिए नागरिकों और सशस्त्र बलों दोनों के सामूहिक संकल्प की भी पुष्टि की.
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