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भटकता हुआ बाघ पहुंचा लातूर, नए पैरों के मिले निशान

Updated on: 10 July, 2025 02:55 PM IST | Mumbai
Rajendra B. Aklekar | rajendra.aklekar@mid-day.com

इस खोज ने वन अधिकारियों के बीच इस बात को लेकर अटकलें लगाई हैं कि क्या बाघ अब वापस लौटने लगा है.

प्रतिनिधित्व चित्र

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महाराष्ट्र के धाराशिव जिले के भूम से लगभग 100 किलोमीटर दूर, लातूर के पास औसा के पास बाघ के नए पैरों के निशान देखे गए हैं. इस खोज ने वन अधिकारियों के बीच इस बात को लेकर अटकलें लगाई हैं कि क्या यवतमाल के टिपेश्वर वन्यजीव अभयारण्य से धाराशिव और सोलापुर की यात्रा करने वाला बाघ अब वापस लौटने लगा है. हालाँकि दृश्य पुष्टिकरण के प्रयास जारी हैं, लेकिन अधिकारियों को पूरा विश्वास है कि ये पैरों के निशान वास्तव में बाघ के हैं, तेंदुए के नहीं.

वन विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, "करीब 10 दिन पहले, हमें लातूर के पास औसा तालुका में एक बड़े बाघ के पैरों के निशान मिले. तस्वीरें विशेषज्ञों को भेजी गईं, जिन्होंने पुष्टि की कि ये निशान किसी तेंदुए के नहीं, बल्कि एक वयस्क बाघ के हैं. हमारा मानना है कि भूम, धाराशिव में मौजूद बाघ 100 किलोमीटर से ज़्यादा का सफ़र तय करके औसा पहुँच गया है. विभाग उसकी मौजूदगी के और सबूत इकट्ठा कर रहा है और कैमरा ट्रैप भी लगाए गए हैं. हालाँकि, यह स्पष्ट नहीं है कि बाघ इसी इलाके में रहेगा, कहीं और जाएगा या टिपेश्वर की ओर वापस जाएगा." मिड-डे को बताया गया कि बाघ इस इलाके में मवेशियों का शिकार कर रहा है. 


वन विभाग और भारतीय वन्यजीव संस्थान (WII) के बीच एक दीर्घकालिक शोध पहल के तहत, महाराष्ट्र में बाघों की गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखी जा रही है. 12 दिसंबर, 2024 से, वन कर्मचारी पुणे स्थित RESQ चैरिटेबल ट्रस्ट की सहायता से इस बाघ पर नज़र रख रहे हैं. विशेषज्ञों का सुझाव है कि बिखरता हुआ नर बाघ स्थायी निवास स्थापित करने के लिए उपयुक्त आवास की तलाश में हो सकता है.


यह बाघ संभवतः टिपेश्वर वन्यजीव अभयारण्य से यवतमाल के पैनगंगा वन्यजीव अभयारण्य, फिर मराठवाड़ा के नांदेड़ जिले, उसके बाद लातूर, धाराशिव के येदशी रामलिंग और अंत में सोलापुर के बार्शी तालुका में स्थानांतरित हुआ होगा. पिछले पाँच महीनों में, इसे बीच-बीच में सोलापुर में प्रवेश करते और धाराशिव लौटते देखा गया है. जून के अंतिम सप्ताह में, यह लगभग 100 किलोमीटर की यात्रा करके औसा पहुँचा होगा. बाघिन T22 का शावक, यह बाघ 2022 में पैदा हुआ था और अब ढाई साल से अधिक का है.


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