चंदन टॉकीज सिर्फ एक थिएटर नहीं था, बल्कि मुंबईकरों के लिए एक इमोशन था. वह जगह, जहां टिकट की लंबी लाइनें, दोस्तों के साथ मस्ती, और मसालेदार समोसे का मजा लेते हुए ब्लॉकबस्टर फिल्मों का आनंद लिया जाता था. (Pics/ Anurag Ahire)
राजेश खन्ना से लेकर सलमान खान तक की फिल्मों ने यहां भीड़ खींची. मटिनी शो में सीट ना मिलने का गुस्सा और बालकनी का रुतबा, ये सब चंदन के साथ जुड़ी यादें हैं.
2017 में इसे आर्थिक दबाव और मल्टीप्लेक्स के बढ़ते क्रेज के चलते बंद कर दिया गया था. पांच साल तक वीरान पड़ा यह थिएटर आज इतिहास बन गया. धूल और मलबे के ढेर के बीच चंदन टॉकीज की यादें वहां मौजूद हर शख्स की आंखों में झलक रही थीं.
स्थानीय निवासी और सिनेमा प्रेमी आज भी इसे नॉस्टैल्जिया के रूप में याद करते हैं. “यह सिर्फ एक थिएटर नहीं, हमारी यंगस्टर लाइफ का हिस्सा था,” जुहू के एक निवासी ने कहा.
ध्वस्त किए गए इस सिनेमा हॉल की जगह अब एक भव्य कमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनेगा, लेकिन सिंगल स्क्रीन का वो आकर्षण और प्यार शायद ही लौट पाए.
चंदन टॉकीज की यह आखिरी विदाई मुंबई के सिनेमा इतिहास का एक भावुक पन्ना बंद कर गई.
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