नीलेश किंकले के साथ, कलाकार स्मिता किंकले, विनय गुसाईं, रोहित वरेकर, सदानंद शिर्के, अर्जुन राठी, नरिंदर कौर गिलोत्रा, रवि तेजा वर्मा, गुरुमीत मारवाह, मननप्रीत सिंह सलूजा ने भी अपना काम एक समरूप रचनात्मक कीमिया में एक साथ किया है जो अंशों को बदल देता है जीवन को अभिव्यक्ति का अधिक मूर्त माध्यम बनाना.