`चलो बुद्ध की ओर` अभियान से वापी, दमन, दादरा और नगर हवेली में कई समर्थक जुडते दिखाई दिए.
`चलो बुद्ध की ओर` अभियान के तहत आयोजित इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भगवान गौतम बुद्ध के संदेशों और उनके जीवन से प्रेरणा लेना है.
यात्रा वलसाड, वापी, दमन और दादरा और नगर हवेली से शुरू होकर नालासोपारा के 2500 साल पुराने भगवान गौतम बुद्ध के स्तूप तक पहुंची. इस यात्रा में शामिल लोगों ने भगवान बुद्ध के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की और उनके शिक्षाओं को समझने का प्रयास किया.
इस यात्रा के दौरान न केवल भगवान बुद्ध के स्तूप का दर्शन किए, बल्कि उनके उपदेशों और सिद्धांतों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की.
`चलो बुद्ध की ओर` अभियान के जरिए शांति, अहिंसा और करुणा के मार्ग पर चलने के लिए लोगों को प्रेरित किया गया.
नालासोपारा का ऐतिहासिक महत्व अद्वितीय है. यह स्थान बौद्ध धर्म के शुरुआती केंद्रों में से एक था और यहां भगवान गौतम बुद्ध के स्तूप स्थित हैं. इस क्षेत्र का नाम प्राचीन भारतीय इतिहास में सोपारा के नाम से भी जाना जाता है. यह स्थान बौद्ध तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है और यहां खुदाई के दौरान कई बौद्ध अवशेष प्राप्त हुए हैं.
नालासोपारा का स्तूप उस समय की वास्तुकला और बौद्ध धर्म के प्रभाव को दर्शाता है.
इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य भगवान गौतम बुद्ध के आदर्शों और उनके जीवन से प्रेरणा लेना है. भगवान बुद्ध के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं और हमें शांति, प्रेम और करुणा की ओर ले जाते हैं. यह यात्रा हमें उनकी शिक्षाओं को समझने और उनके जीवन से सीखने का अवसर प्रदान करेगी.
ADVERTISEMENT