मुंबई फायर ब्रिगेड (MFB) ने इस घटना को लेवल 2 की आग घोषित किया, जिसका मतलब है कि यह एक गंभीर और नियंत्रित करने में मुश्किल आग थी. (Photos: NIMESH DAVE)
आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड, स्थानीय पुलिस और 108 एम्बुलेंस सेवाओं को मौके पर भेजा गया. दमकल कर्मियों ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए राहत कार्य शुरू किया.
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) की प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग फिलहाल फर्नीचर गोदाम के ग्राउंड फ्लोर तक ही सीमित रही, जिससे बड़ा नुकसान टल गया.
हालांकि, चूंकि फर्नीचर लकड़ी और अन्य ज्वलनशील सामग्रियों से भरा होता है, इसलिए आग तेजी से फैलने की आशंका थी. दमकल विभाग की तत्परता और त्वरित कार्रवाई से स्थिति नियंत्रण में आई.
ओशिवारा फर्नीचर मार्केट मुंबई का प्रमुख बाजार है, जहां बड़ी संख्या में फर्नीचर विक्रेता और गोदाम संचालित होते हैं.
आग लगते ही स्थानीय दुकानदारों और कर्मचारियों में भगदड़ मच गई. दमकल कर्मियों ने सुरक्षा के लिहाज से इलाके को घेर लिया और आसपास की दुकानों को खाली करा दिया.
आग किस वजह से लगी, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है. प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, शॉर्ट सर्किट की आशंका जताई जा रही है, लेकिन वास्तविक कारणों का पता दमकल विभाग की जांच के बाद ही चलेगा. राहत की बात यह रही कि अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
बीते कुछ महीनों में मुंबई में आगजनी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं. खासतौर पर व्यस्त बाजारों और गोदामों में आग लगने की घटनाएं चिंता का विषय बन चुकी हैं.
प्रशासन और फायर ब्रिगेड लगातार सतर्कता बरत रहे हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं शहर की सुरक्षा व्यवस्था और अग्नि सुरक्षा नियमों पर सवाल खड़े कर रही हैं.
फायर ब्रिगेड और बीएमसी इस आग के कारणों की विस्तृत जांच करेगी. प्रशासन अब बाजार में अग्नि सुरक्षा उपायों की समीक्षा करने की तैयारी में है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके. फिलहाल, दमकलकर्मी कूलिंग ऑपरेशन में जुटे हैं और स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है.
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