सरस्वती सम्मान समारोह तस्वीरें
कार्यक्रम की शुरुआत मेहमानों का स्कैन के जरिए रजिस्ट्रेशन कर के हुई. स्वागत कुमकुम-चावल से तिलक कर और मिठाई खिलाकर किया गया.
मुंबई गुजराती संगठन की युवा टीम ने `क्या तुम सो रहे हो` विषय पर एक नुक्कड़ नाटक किया, जिसमें मातृभाषा में पढ़ाई के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संदेश दिया गया.
3 बजे दीप जलाकर मां सरस्वती की पूजा के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ. एस.पी.आर. जैन कन्या शाला की छात्राओं ने भगवद गीता के श्लोकों के साथ प्रार्थना की.
हर साल ये समारोह अलग-अलग थीम पर होता है, इस बार गुजराती विरासत और संस्कृति के अलावा आजादी के 75 साल का जश्न मनाया गया. इस साल की थीम थी `मातृभाषा में शिक्षा का महत्व`.
स्टेज को इसी थीम के हिसाब से सजाया गया, और प्रवेश द्वार पर सुंदर रंगोली बनाई गई थी.
31 अगस्त 2024, शनिवार को यह समारोह घाटकोपर के एस.पी.आर. जैन कन्या शाला ट्रस्ट के भूरीबेन गोलवाला ऑडिटोरियम में हुआ.
कार्यक्रम में महाराष्ट्र के नासिक, पुणे, सांगली, दहानू और मुंबई के स्कूलों के शिक्षक, छात्र और उनके माता-पिता शामिल हुए.
इसके बाद 85 से ज्यादा अंक लाने वाले 148 छात्रों को 500 रुपये का नकद इनाम और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया.
इसके बाद `अपनी मातृभाषा, अपनी जिम्मेदारी` थीम पर एक नाटक हुआ, जिसमें गुजराती और अंग्रेजी माध्यम के छात्रों की सोच को दिखाते हुए मातृभाषा में पढ़ाई का महत्व समझाया गया.
एस.पी.आर. जैन कन्या शाला की छात्राओं ने साहसिक पिरामिड बनाकर 13 अलग-अलग दृश्य पेश किए, जो मातृभाषा में पढ़ाई के महत्व को दिखाते थे.
कुल मिलाकर 1,40,000 रुपये के नकद इनाम दिए गए.
इसके अलावा, प्राइवेट एस.एस.सी., 12वीं कक्षा और स्नातकोत्तर के लिए चार विशेष पुरस्कार दिए गए. फिर महाराष्ट्र की गुजराती माध्यम की हर स्कूल में पहले स्थान पर आने वाले 64 छात्रों को 1000 रुपये नकद पुरस्कार, ट्रॉफी दी गई. 100 प्रतिशत परिणाम देने वाले 28 स्कूलों को ट्रॉफी और पायथन की किताब देकर सम्मानित किया गया.
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