मध्य रेलवे ने एक बयान में कहा, मोटरमैन के नियोजित अंतिम संस्कार में अप्रत्याशित देरी हुई, जिसके परिणामस्वरूप ट्रेन सेवाओं में व्यवधान हुआ. अंतिम संस्कार दोपहर 12 बजे होने वाला था.` Photographer - Satej Shinde
उन्होंने आगे कहा, `अंतिम संस्कार शाम पांच बजे हुआ, क्योंकि परिवार के करीबी सदस्य देर से पहुंचे.` अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले कई मोटरमैन ट्रेन संचालन के लिए अनुपलब्ध रहे.
कर्मचारियों की इस कमी के कारण लगभग 147 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, एक चौंका देने वाला आंकड़ा जिसमें 88 लोकल ट्रेन सेवाएं शामिल हैं जो आमतौर पर शाम के पीक आवर्स के दौरान महत्वपूर्ण होती हैं.
कर्मचारियों की इस कमी के कारण लगभग 147 ट्रेनों को रद्द करना पड़ा, एक चौंका देने वाला आंकड़ा जिसमें 88 लोकल ट्रेन सेवाएं शामिल हैं जो आमतौर पर शाम के पीक आवर्स के दौरान महत्वपूर्ण होती हैं.
अचानक लोकल ट्रेन रद्द होने के कारण कई स्टेशनों पर यात्री फंसे हुए थे और उन्हें असुविधा हुई.
राष्ट्रीय रेलवे मजदूर संघ (एनआरएमयू) के महासचिव वेणु नायर ने पनवेल 44 के सिग्नल कुर्ला एस-29 पर सिग्नल गुजरने और घटना के बाद शर्मा की मौत पर गहरी चिंता व्यक्त की.
रेलवे अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि कई मोटरमैन अपने सहयोगी मुरलीधर शर्मा के अंतिम संस्कार में शामिल होने कल्याण गए थे, जिनकी शुक्रवार को पटरी पार करते समय मौत हो गई थी.
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