यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित सीएसएमटी भवन, अपनी अनूठी वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है. (Pics/Shadab Khan)
वहीं, बीएमसी मुख्यालय, जो ब्रिटिश काल में बना था, आज भी मुंबई के प्रशासनिक ढांचे का केंद्र है.
इन दोनों भवनों पर लगाई गई विशेष रोशनी ने न केवल इन्हें और भव्य बना दिया, बल्कि स्वतंत्रता दिवस से पहले पूरे इलाके का माहौल देशभक्ति से सराबोर कर दिया.
स्थानीय लोगों और पर्यटकों के लिए यह नज़ारा किसी उत्सव से कम नहीं था. इलाके से गुजरते लोग अक्सर इन इमारतों के सामने रुककर तस्वीरें और वीडियो बनाते देखे गए.
कई परिवार और युवा सोशल मीडिया पर इस नाइट-व्यू को साझा करने पहुंचे, जिससे यह दृश्य और भी चर्चित हो गया.
बीएमसी और रेलवे प्रशासन ने हर साल की तरह इस बार भी राष्ट्रीय त्योहारों के अवसर पर इमारतों को विशेष लाइटिंग से सजाने का निर्णय लिया. यह परंपरा वर्षों से चली आ रही है और शहर की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा बन चुकी है.
इस तरह की सजावट न केवल ऐतिहासिक धरोहरों को और खास बनाती है, बल्कि देश की एकता और विविधता के प्रतीक तिरंगे के महत्व को भी जीवंत करती है.
इन दोनों प्रतिष्ठित भवनों के आसपास सुरक्षा और यातायात व्यवस्था भी सुचारू रूप से की गई थी, ताकि आने-जाने वालों को किसी तरह की असुविधा न हो. यह सजावट 15 अगस्त तक जारी रहेगी, जिससे अधिक से अधिक लोग इस अद्भुत नज़ारे का आनंद ले सकें.
स्वतंत्रता दिवस से पहले तिरंगे के रंगों में जगमगाते सीएसएमटी और बीएमसी मुख्यालय न केवल मुंबई की शान को बढ़ा रहे हैं, बल्कि यह संदेश भी दे रहे हैं कि आजादी का जश्न केवल एक दिन का नहीं, बल्कि यह भाव हर भारतीय के दिल में हर दिन बसता है.
ADVERTISEMENT