`ब्रिक-ओ-लेज` कहे जाने वाले इस कला इंस्टालेशन को बेंगलुरु के आरवी यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ डिजाइन एंड इनोवेशन के कलाकार आदित्य विक्रम मोहन, निथ्या मुथैया, समीर वारियर, सुक्रुथ एस, शिवबालन एस ने बनाया है. यह समय और मानव प्रगति के माध्यम से सभ्यता के प्रारंभिक रूपों से लेकर भविष्य में क्या हो सकता है तक की यात्रा को दर्शाता है. गुफाओं, पिरामिडों, याओ डोंग, स्तूप, शिवालय से लेकर अधिक आधुनिक नवाचारों और भविष्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए एक मचान भी. कलाकारों के अनुसार, इंस्टॉलेशन का सबसे निचला स्तर यह दर्शाता है कि प्रगति का श्रेय समाज के वंचित और उपेक्षित वर्गों को जाता है, जिन्होंने इसे संभव बनाया है.