उद्धव ठाकरे ने इस अवसर पर राज्य में हिंदी को किसी भी कीमत पर थोपने का विरोध किया और कहा कि वे इसे हर हाल में नकारेंगे.
ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच हाल ही में हुई बैठक को लेकर निशाना साधा.
उद्धव ने आरोप लगाया कि भाजपा मराठी पार्टियों को एकजुट होने से रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.
उनका कहना था कि भाजपा की योजना मराठी और हिंदी भाषी समुदाय के बीच विभाजन पैदा करने की है, खासकर नगर निगम चुनावों के पहले.
शिवसेना प्रमुख ने कहा कि अगर भाजपा और एकनाथ शिंदे के गठबंधन ने मराठी एकता को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो इसका गंभीर परिणाम भुगतना होगा.
उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि शिवसेना के लिए मराठी वोटों का महत्व है और उनकी पार्टी किसी भी हाल में मुंबई नगर निकाय चुनाव पर अपनी पकड़ मजबूत रखेगी.
राज ठाकरे के साथ संभावित गठबंधन को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच उद्धव ठाकरे ने राज ठाकरे को एकबार फिर अपने चचेरे भाई के रूप में लुभाने की कोशिश की.
हालांकि राज ठाकरे अब तक इस गठबंधन पर चुप हैं, लेकिन चुनावी समीकरणों को देखते हुए शिवसेना यूबीटी का मानना है कि दोनों दलों का एकजुट होना मराठी वोटों के लिए फायदेमंद होगा.
उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि वह विपक्षी नेताओं पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाती है और फिर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर लेती है, जो उनकी पूरी नीति को अविश्वसनीय बनाता है.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा ने विधानसभा चुनावों में महिलाओं को 2,100 रुपये देने और किसानों को कर्ज माफी जैसे वादों को पूरा नहीं किया.
सभी क्षेत्रों में मराठी एकता बनाए रखने के लिए शिवसेना का संघर्ष जारी रहेगा, और उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र की संस्कृति को बनाए रखने के लिए वे कभी भी पीछे नहीं हटेंगे.
ADVERTISEMENT