रामदास अठावले द्वारा गोद लिए गए इस टाइगर का नाम उन्होंने सिम्बा रखा गया है.
मीडिया से बातचीत में अठावले ने कहा, `संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान में कन्हेरी गुफाएं एक विश्व धरोहर स्थल है. कन्हेरी गुफाओं को यूएनओ द्वारा विश्व धरोहर स्थल और यूएनओ के संरक्षित स्थलों के विश्व मानचित्र में एक विश्व संरक्षित स्थल के रूप में सूचीबद्ध किया जाना चाहिए.
उन्होंने आगे कहा, `हम कन्हेरी गुफाओं को विश्व धरोहर स्थल के रूप में संरक्षित करने का प्रयास करेंगे.
बता दें, वन्यजीव दत्तक ग्रहण योजना के तहत संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान, बोरीवली, मुंबई में टाइगर को गोद लिया है. टाइगर को गोद लेने के बाद अठावले वन विभाग को 1 लाख 20 हजार की वार्षिक लागत सौंपी.
इस समय रामदास अठावले ने कहा, `जानवरों से प्यार करें, जानवरों की रक्षा करें, प्रकृति से प्रेम करो, पशुओं से प्रेम करो, यह संदेश देने के लिए हम हर साल एक पैंथर को गोद लेते हैं. मैं दलित पैंथर आंदोलन से आता हूं इसलिए मुझे पैंथर बहुत पसंद है. टाइगर अकेले किसी पर हमला नहीं करता, लेकिन अगर कोई आप पर हमला करता है, तो आप उसे जाने नहीं देते, सीधे गला दबा देते है.
इस अवसर पर वन विभाग के वन निदेशक एस. मल्लिकार्जुन, उप निदेशक रेवती कुलकर्णी, सीमाताई आठवले, रामदास आठवले के भाई संतोष आठवले और आठवले परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे.
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