इस देरी का मुख्य कारण पश्चिम रेलवे द्वारा 5वीं और 6वीं रेल लाइनों के निर्माण का काम है, जो राम मंदिर, गोरेगांव और मलाड सेक्शन के बीच चल रहा है. (Photos / Satej Shinde)
इस निर्माण के कारण पश्चिम रेलवे ने इन क्षेत्रों में गति प्रतिबंध लागू किया है.
रेलवे ने बताया कि सभी चार लाइनों (अप और डाउन लोकल, अप और डाउन थ्रू) पर 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति सीमा लगाई गई है.
यह प्रतिबंध 30 सितंबर 2024 से प्रभावी हुआ है और चरणबद्ध तरीके से इसे 4 अक्टूबर 2024 तक हटाया जाएगा. ब्लॉक की अवधि के बाद ट्रेन सेवाएं सामान्य होने की उम्मीद है.
इस गति प्रतिबंध और निर्माण कार्य के चलते करीब 150-175 उपनगरीय ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं. इससे रोज़ाना यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों को खासी दिक्कतें हो रही हैं, खासकर उन लोगों को जो ऑफिस के लिए समय पर पहुंचने की कोशिश में होते हैं.
पश्चिम रेलवे के मुताबिक, मुंबई उपनगरीय सेक्शन पर कुल 1,394 सेवाएं संचालित की जाती हैं.
गोरेगांव लूप लाइन की अनुपलब्धता के कारण गोरेगांव की सुबह की सभी चार फास्ट ट्रेन सेवाएं रद्द कर दी गई हैं.
इससे गोरेगांव, मलाड, कांदिवली और आसपास के क्षेत्रों के यात्रियों को वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है, जिससे उनकी यात्रा और भी मुश्किल हो गई है.
यात्रियों को हुई इस असुविधा के लिए पश्चिम रेलवे ने अपनी आधिकारिक घोषणा में खेद व्यक्त किया है.
रेलवे ने यात्रियों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है और भरोसा दिलाया है कि 4 अक्टूबर के बाद सेवाएं सामान्य हो जाएंगी.
तब तक यात्रियों को इस कार्य के कारण होने वाली कठिनाइयों को झेलना पड़ेगा.
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