Updated on: 23 July, 2025 04:10 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
प्रधानमंत्री मोदी की इस द्वीपीय राष्ट्र की यात्रा बेहद प्रतीकात्मक है, क्योंकि भारत और मालदीव के राजनयिक संबंधों का भी वर्ष है.
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को ब्रिटेन के लिए रवाना होंगे. तस्वीर/पीटीआई
प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में एक सोशल मीडिया पोस्ट के ज़रिए इस बात पर ज़ोर दिया कि वह 25 जुलाई, 2025 को मालदीव जाएँगे. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी की यह बहुप्रतीक्षित मालदीव यात्रा राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू द्वारा मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर उन्हें आमंत्रित किए जाने के बाद हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी की इस द्वीपीय राष्ट्र की यात्रा बेहद प्रतीकात्मक है, क्योंकि 2025 भारत और मालदीव के बीच राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने का भी वर्ष है. सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर पोस्ट करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "परसों, 25 जुलाई को, मैं राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद मुइज़्ज़ू के निमंत्रण पर मालदीव में रहूँगा. मालदीव के 60वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेकर मैं गौरवान्वित हूँ." मालदीव की अपनी यात्रा की घोषणा करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किए जाने पर मालदीव के राष्ट्रपति के प्रति सम्मान और आभार भी व्यक्त किया. उन्होंने राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू के साथ आगामी वार्ता को "विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को गति प्रदान करने" का एक अवसर बताया. भारतीय प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में आगे कहा, "इस वर्ष हम भारत-मालदीव राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष भी पूरे कर रहे हैं. राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू के साथ बातचीत निश्चित रूप से विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को गति प्रदान करेगी."
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रिपोर्ट के मुताबिक दोनों देशों के बीच हालिया मतभेदों के बाद, प्रधानमंत्री की मालदीव यात्रा एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हो रही है. दोनों देशों के बीच पहले भी घनिष्ठ साझेदारी रही है, खासकर समुद्री सुरक्षा, आपदा राहत, विकास सहायता और लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्रों में. इसके अलावा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूनाइटेड किंगडम के लिए रवाना हो गए हैं.
वह अपनी दो देशों की यात्रा के पहले चरण में शुक्रवार को मालदीव का दौरा करेंगे. रिपोर्ट के अनुसार प्रधानमंत्री की 23 और 24 जुलाई तक यूनाइटेड किंगडम यात्रा का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना है, जिसमें बहुप्रतीक्षित भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर एक प्रमुख आकर्षण होंगे.
विदेश मंत्रालय के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी अपने ब्रिटिश समकक्ष कीर स्टारमर के साथ भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं पर व्यापक चर्चा करेंगे. रिपोर्ट के मुताबिक दोनों प्रतिनिधि क्षेत्रीय और वैश्विक महत्व के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान करेंगे. पिछले कुछ वर्षों में, भारत-ब्रिटेन के ऐतिहासिक संबंध एक मज़बूत, बहुआयामी और पारस्परिक रूप से लाभकारी रिश्ते में तब्दील हो गए हैं.
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