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होम्‍योपैथी की मदद से अपने बालों को बनाएं और ज्यादा मजबूत

Updated on: 25 April, 2024 10:27 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

होम्‍योपैथी को भारत सरकार और आम जनता से काफी सहयोग मिल रहा है. यह चिकित्सा पद्धति आयुष के अंतर्गत दूसरा सबसे ज्यादा फण्ड पाने और प्रयोग किये जाने वाला वर्ग है.

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हर किसी के लिए स्वस्थ, मजबूत और चमकदार बाल पाना और उन्‍हें वैसे ही बनाए रखना आसान नहीं होता. खासतौर से आज के वातावरण संबंधी तनाव, अस्वास्थ्यर खान-पान, और बालों की देखभाल के लिए कड़े रासायनिक उत्पादों के साथ भाग-दौड़ वाली व्यस्त ज़िंदगी में यह और भी मुश्किल हो गया है. अनुसंधान से पता चला है कि जिन्हें हार्ट अटैक हुआ, उनमें से लगभग आधे लोगों को एण्ड्रोजेनिक ऐलोपीसिआ यानी पुरुष गंजापन भी था. वहीं, गंजेपन के शिकार लोगों में से अमूनन 27% को ही हार्ट की समस्या थी. पुरुषों में, जिन्हें केवल खोपड़ी के शीर्ष के बाल झड गए थे, यानी वर्टेक्स बाल्डनेस, या एलोपिसिया एरीएटा/पैची हेयर लॉस था, उनका अनुपात 52% तक बढ़ गया था. महिलाओं में गर्भावस्था, प्रसव, रजोनिवृत्ति और थाइरॉइड की समस्या के दौरान होने वाले हॉर्मोन के बदलावों के कारण अल्पकालिक या स्थायी हेयर लॉस (बाल का झाड़ना) हो सकता है. लगभग 40% महिलाओं को 50 वर्ष की उम्र होते-होते फीमेल पैटर्न हेयर लॉस (एफपीएचएल) यानी स्त्री गंजापन होता है.

हेयर लॉस के कारण


बालों की समस्या के पीछे अनेक कारण हो सकते हैं. एक महत्वपूर्ण घटक है हॉर्मोन में बदलाव, विशेषकर डाईहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (डीएचटी) के स्तर में उतार-चढ़ाव. डीएचटी टेस्टोस्टेरोन से उत्पन्न होता है और इसमें हेयर फॉलिकल का आकार छोटा कर देने की क्षमता है, जिससे बाल पतले हो जाते हैं और अंततः झड़ जाते हैं. इसके अलावा, थाइरॉइड की समस्या, स्व-प्रतिरक्षित रोगों (ऑटोइम्यून डिजीज), और सिर की त्वचा में संक्रमण जैसी स्वास्थ्य संबंधी अवस्थाओं से भी बाल झड़ सकते हैं.


बालों की देखभाल के लिए होम्योपैथिक दृष्टिकोण

होम्‍योपैथी को भारत सरकार और आम जनता से काफी सहयोग मिल रहा है. यह चिकित्सा पद्धति आयुष के अंतर्गत दूसरा सबसे ज्यादा फण्ड पाने और प्रयोग किये जाने वाला वर्ग है. पद्मश्री डॉ. मुकेश बत्रा के अनुसार, हमारा देश इसके प्रयोग में अग्रणी है, जहां 10 करोड़ लोग इस वैकल्पिक चिकित्सीय प्रणाली का प्रयोग करते हैं और अपनी चिकित्सीय देखभाल के लिए केवल इसी पर आश्रित रहते हैं. यह चिकित्सा की एक सर्वांगीण प्रणाली है जो स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक घटकों पर विचार करके सम्पूर्णता में व्यक्ति का उपचार करती है. होम्‍योपैथी केवल सतही लक्षणों पर ध्यान देने के बदले, बालों की समस्‍याओं सहित स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं के मूल कारणों का पता लगाती है और उसका हल करती है.


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