स्कूल ट्रस्ट के सचिव तुषार आप्टे ने मीडिया से कहा, "हमें 16 अगस्त को घटना के बारे में पता चला. 14 अगस्त को प्रिंसिपल ने हमें बताया कि एक नाबालिग लड़की की तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए वे उसे घर भेज रहे हैं. हालांकि, 16 अगस्त को जब लड़की के माता-पिता ने स्कूल से संपर्क किया, तो हमें सच्चाई पता चली. आरोपी एक अनुबंध के आधार पर सफाईकर्मी के रूप में काम कर रहा था. दो महिलाएं बच्चों की देखभाल करती थीं, लेकिन वे लापरवाह पाई गईं और हमने उन्हें निलंबित कर दिया है. प्रिंसिपल और शिक्षक को भी निलंबित कर दिया गया क्योंकि वे भी लापरवाह थे."