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प्यारी बहनों को सीएम फड़नवीस का दोहरा तोहफा, खाते में जमा होंगे इतने पैसे

Updated on: 08 March, 2025 02:54 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

आज लाडली बहिन योजना की पात्र महिलाओं को यह लाभ मिलने जा रहा है.

अदिति तटकरे की फाइल फोटो

अदिति तटकरे की फाइल फोटो

आज जब पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (Women`s Day 2025) मना रही है तो महाराष्ट्र की महिलाओं को दोहरा फायदा मिलने वाला है. महाराष्ट्र सरकार की ओर से आज फरवरी और मार्च की किस्तें एक साथ दी जाने वाली हैं. आज लाडली बहिन योजना की पात्र महिलाओं को यह लाभ मिलने जा रहा है. महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर हम अपनी बहनों के खाते में डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से फरवरी और मार्च महीने की 3000 रुपये की दोनों किस्तों का भुगतान शुरू कर रहे हैं.

उन्होंने आगे कहा, "यह कदम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और दोनों उपमुख्यमंत्रियों एकनाथ शिंदे और अजीत पवार के निर्देशानुसार उठाया गया है ताकि हमारी बहनों को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर यह सम्मान मिल सके. राज्य सरकार लगातार महिलाओं के कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू कर रही है और उनका मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन स्तर में सुधार करना है. महिलाओं के लिए ऐसे कदम जरूरी हैं ताकि वे हर क्षेत्र में समान रूप से आगे बढ़ सकें." और समाज में उनके योगदान को उचित मान्यता मिलती है.”


कल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने भी दोहराया कि लड़की बहिन योजना जारी रहेगी. और यह भी कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि योजना के लिए वित्तीय सहायता का लाभ लाभार्थियों को मिले. फड़णवीस विधानसभा में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2025 के मौके पर आयोजित बहस में हिस्सा ले रहे थे. उन्होंने कहा कि लड़की बहिन योजना रद्द नहीं की जायेगी. राज्य सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि लाभार्थियों को वित्तीय सहायता का लाभ मिले. इस योजना को प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जायेगा.


इसके अलावा मई 2024 से जन्म लेने वाले बच्चे का नाम इस तरह लिखा जाएगा कि बच्चे के नाम के बाद पिता का नाम और अंत में उपनाम से पहले मां का नाम लगाने का ऐतिहासिक फैसला लिया गया है. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने समाज में माता और पिता समान हैं का संदेश फैलाने के फैसले का महत्व समझाया है.

साथ ही स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास विभाग ने 9 से 14 साल की उम्र की 50 से 55 लाख लड़कियों को टीका लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है ताकि उन्हें टीका मिल सके. महिलाओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए सर्वाइकल कैंसर निवारक टीकाकरण कार्यक्रम की भी घोषणा की गई. यह भी घोषणा की गई है कि महिलाओं के लिए स्थायी स्वास्थ्य कार्ड और स्वास्थ्य जांच शिविर के साथ-साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किए जाएंगे.


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