ठाकरे कहा, `जलंदर सरोदे और उनके साथी शिक्षक आज शिवसेना में शामिल हुए, मैं उनका आभारी हूं. जहां शिक्षक होते हैं वहां छात्र किसी की बात न सुने ऐसा हो नहीं सकता है. जिस तरह से इस वक्त महाराष्ट्र में राजनीति हो रही है. सभ्यता क्या है इसके बारे में शिक्षित करने की आवश्यकता है. किसी को धोखा देना, गद्दारी करना हमारी संस्कृति नहीं है. जिस तरह की मेहनत आप स्कूल में करते हैं. आप अगली पीढ़ी तैयार कर रहे हैं. उसी तरह से इस समय राजनीति में आप जैसे लोगों की जरुरत हैं.`