दमकलकर्मी ने बताया कि आग लगने के सही कारणों की जांच अभी जारी है. (Pics/Ashish Raje)
स्थानीय निवासी इमरान पठान ने बताया कि शाम करीब 4 बजे पुल पर फेंके गए कचरे में आग लग गई. यह आग तेजी से फैलते हुए एक खड़ी कार तक पहुंची और कुछ ही मिनटों में दूसरी कार को भी अपनी चपेट में ले लिया. समय रहते स्थानीय युवकों ने आसपास खड़ी अन्य गाड़ियों को हटा दिया, जिससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई.
पठान के अनुसार, यह कोई पहली बार नहीं है जब पुल पर कचरे में आग लगी हो. उन्होंने आरोप लगाया कि कबाड़ विक्रेता अक्सर पुल पर बेकार सामान फेंकते हैं, जिसमें लकड़ी, प्लास्टिक और अन्य ज्वलनशील सामग्री शामिल होती है.
"बीएमसी को कचरा फेंकने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, वरना ऐसी घटनाएं दोहराई जा सकती हैं," उन्होंने कहा.
एक अन्य स्थानीय निवासी ने बताया कि फेंके गए कचरे में कई बार आग लग चुकी है, लेकिन इस बार आग ने दो वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे पूरे इलाके में घना काला धुआं फैल गया.
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह धुआं कई किलोमीटर दूर से भी नजर आ रहा था. दमकल विभाग के अधिकारियों ने दावा किया कि आग के विकराल रूप लेने का एक कारण टायरों का जलना भी था.
धारावी टी जंक्शन के निवासी शहंशाह हुसैन ने बताया कि ये वाहन पहले धारावी में 60 फीट रोड पर पार्क किए जाते थे. जब ट्रैफिक पुलिस ने वहां कार्रवाई शुरू की, तो वाहन मालिकों ने पुल पर गाड़ियां खड़ी करनी शुरू कर दीं.
उन्होंने यह भी बताया कि पुल पर अवैध रूप से कूड़ा डालने की समस्या काफी गंभीर है, जिसमें अधिकतर कबाड़ व्यापारी शामिल होते हैं.
"बीएमसी सुबह इस सड़क की सफाई करती है, लेकिन दोपहर होते-होते यहां फिर से कचरे का ढेर लग जाता है," हुसैन ने कहा.
दमकलकर्मी ने कहा, "हमने दो दमकल गाड़ियों की मदद से तेजी से आग पर काबू पा लिया, जिससे अन्य वाहनों को बचाया जा सका."
इस घटना ने पुल पर कूड़ा फेंकने और अवैध पार्किंग की बढ़ती समस्या को उजागर कर दिया है. स्थानीय निवासियों ने मांग की है कि प्रशासन इस मामले में सख्त कदम उठाए, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके.