यह तोड़फोड़ अभियान रोड ओवर ब्रिज (ROB) से लेकर एलसी गेट 18 तक के इलाके में चलाया गया. Pics/Sameer Abedi and Western Railway (Story/Rajendra B. Aklekar)
अधिकारियों के अनुसार, इस दौरान कुल 45 अनधिकृत अतिक्रमणों को हटाया गया. ये अतिक्रमण रेलवे की ट्रैक और संबंधित सुविधाओं के आसपास बने थे, जो रेलवे संचालन में रुकावट डाल रहे थे और यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा बने हुए थे.
अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान में पुलिस कर्मियों और मशीनरी की एक बड़ी टीम शामिल थी.
इन अतिक्रमणों को हटाने के लिए बड़ी संख्या में श्रमिकों और उपकरणों का उपयोग किया गया. अभियान के दौरान कई अस्थायी झुग्गियाँ, दुकाने, छोटे-छोटे निर्माण और अन्य अवैध संरचनाएँ ध्वस्त की गईं.
अधिकारियों के अनुसार, रेलवे लाइनों के पास ये अनधिकृत संरचनाएँ रेलवे के समुचित संचालन में बड़ी रुकावट डाल रही थीं. इनमें से कुछ संरचनाएँ रेलवे ट्रैक के पास स्थित थीं,
जबकि कुछ रेलवे के अन्य आवश्यक बुनियादी ढांचे के नजदीक थीं. इन अतिक्रमणों के कारण, रेलवे लाइनों का सही तरीके से उपयोग नहीं हो पा रहा था, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया था.
एक अधिकारी ने बताया कि इन अतिक्रमणों के हटने से रेलवे के कामकाज में काफी सुधार होगा और यात्रियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जा सकेगी.
रेलवे विभाग ने यह भी बताया कि इस तोड़फोड़ अभियान को लेकर पहले से ही सभी प्रभावित लोगों को सूचित किया गया था. अभियान के दौरान पुलिस बल ने सुनिश्चित किया कि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो और सभी अतिक्रमणों को सही तरीके से हटाया जा सके.
अभियान में किसी भी प्रकार की हिंसा या विरोध की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई, क्योंकि सभी अतिक्रमण करने वालों को पहले से चेतावनी दी गई थी.
मुंबई में इस तरह के तोड़फोड़ अभियान समय-समय पर होते रहते हैं. शहर के बढ़ते यातायात और जनसंख्या के कारण, रेलवे ट्रैक और अन्य बुनियादी ढांचों के पास अनधिकृत अतिक्रमण एक बड़ी समस्या बन चुके हैं.
अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान से रेलवे की सुरक्षा में सुधार होगा और ट्रेनों की गति भी बढ़ेगी. इसके अलावा, यातायात में होने वाली रुकावटों को भी कम किया जा सकेगा.
ADVERTISEMENT